सोनभद्र। मातृत्व अवकाश और मेडिकल की सुविधा प्रदान किए जाने के साथ ही आठ सूत्री मांगों के समर्थन में शुक्रवार को रसोइयों ने कलेक्ट्रेट पर धरना दिया। इसके बाद मांगों से संबंधित ज्ञापन शासन को प्रेषित किया। माध्यमिक भारतीय रसोइया वेलफेयर एसोसिएशन के बैनर तले इस धरने को प्राथमिक शिक्षक संघ एवं शिक्षामित्र संघ ने भी समर्थन दिया।
प्रदेश अध्यक्ष कामेश्वर प्रजापति ने कहा कि प्रदेश सरकार परिषदीय विद्यालयों में कार्यरत रसोइयों से बंधुआ मजदूरी करा रही है। इसे उच्च न्यायालय ने भी स्वीकार किया और रसोइयों को न्यूनतम मानदेय निर्धारित कर देने का निर्देश दिया है। इसके बावजूद प्रदेश सरकार न्यूनतम मानदेय देने से पीछे हट रही है। प्रदेश अध्यक्ष उषा साहू ने कहा कि सोइयों का मानदेय अप्रैल माह से बाकी है। संरक्षक एवं संस्थापक तैयाब अंसारी ने रसोइयों के 2005 से अब तक सभी रसोइयों के अंतर बकाये मानदेय का भुगतान करने की मांग की। वक्ताओं ने परिषदीय विद्यालयों में कार्यरत सभी रसोइयों का न्यूनतम मानदेय प्रति मानव दिवस 324 रुपये सुनिश्चित करने की मांग की रसोइयों को 14 आकस्मिक अवकाश और मेडिकल की सुविधा देने की मांग की प्राथमिक शिक्षक संघ संतोष कुमारी सिंह व संरक्षक लल्लन सिंह, शिक्षामित्र संघ के जिलाध्यक्ष वकील अहमद ने भी धरने को संबोधित किया। धरने में मुख्य रूप से राजकुमार मौर्य, रामजनम सिंह, धंसु प्रसाद, भगवान सिंह, राम सिंह, केवली देवी, लालती देवी, चंद्रावती, धनुर्धारी, असर्फी, संगीना, शकुंतला, सरस्वती, अनवर हीरावती, गायत्री देवी, ज्ञानती, गिरधारी आदि शामिल रहे।