बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकारियों की अनदेखी के चलते बीआरसी क्षेत्र के कई परिषदीय स्कूलों में छात्र संख्या के हिसाब से शिक्षकों की तैनाती नहीं हैं। कहीं छात्र अधिक हैं तो शिक्षक कम तो कहीं शिक्षक अधिक हैं तो छात्र संख्या कम। छात्र संख्या अधिक वाले स्कूलों में शिक्षकों का टोटा होने से किस प्रकार बच्चों की पढ़ाई लिखाई होती होगी। इसको लेकर सवाल उठ रहे हैं। आरोप है कि स्कूलों में छात्र संख्या के अनुपात से शिक्षकों की तैनाती करने में जिम्मेदार अधिकारी उदासीन रवैया अपना रहे हैं। इसका खामियाजा बच्चों को भुगतना पड़ रहा है।
पूरनपुर बीआरसी क्षेत्र में 69 कंपोजिट, 73 उच्च प्राथमिक और 255 प्राथमिक परिषदीय स्कूल संचालित हैं। इनमें अधिकांश स्कूल ऐसे बताए जा रहे हैं जिनमें छात्रों की संख्या के हिसाब से शिक्षकों की तैनाती नहीं हैं। इससे शिक्षकों को बच्चों की पढ़ाई- लिखाई मजबूत करने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। वहीं कई स्कूल ऐसे हैं जिनमें छात्र संख्या को देखे शिक्षक अधिक हैं। गांव पचपेड़ा गढ़ा के प्राथमिक स्कूल में आठ बच्चे नामांकित बताए गए हैं। इन बच्चों को पढ़ाने-लिखाने के लिए दो शिक्षक और एक शिक्षामित्र की स्कूल में तैनाती हैं। वहीं गांव लालपुर के उच्च प्राथमिक स्कूल में छात्र संख्या 170 है। इस स्कूल में सिर्फ एक शिक्षक की ही तैनाती है। इनपर संकुल के कार्य का भी जिम्मा है।
यह भी आरोप है कि इस बारे में सब जानते हुए भी जिम्मेदार अफसर अनदेखी कर रहे हैं। बीईओ मदनलाल वर्मा ने बताया कि इस संबंध में जानकारी मिली है। अधिक छात्र संख्या वाले स्कूलों में पर्याप्त शिक्षकों की तैनाती के लिए उच्चाधिकारियों को अवगत कराया जाएगा।