बागपत: अब जनपद के आंगनबाड़ी केंद्रों पर गर्भवती महिलाओं व छह माह से तीन साल तक के बच्चों को गेहूं नहीं मिलेगा। इस माह से उन्हें गेहूं के स्थान पर एक किलो का दलिया का पैकेट दिया जाएगा। दलिया का पैकेट स्वयं सहायता समूह की महिलाएं क्षेत्र की बाल विकास विकास परियोजना अधिकारी से हासिल कर सकेंगी।
जिले में 1338 आंगनबाड़ी केंद्र हैं। इन पर 28859 गर्भवती महिलाएं पंजीकृत हैं, जबकि छह माह से तीन साल तक के बच्चों की 29756 है। इन केंद्रों पर 1300 से अधिक आंगनबाड़ी कार्यकत्रियां तैनात है। बाल एवं पुष्टाहार विभाग द्वारा पंजीकृत गर्भवती महिलाओं व बच्चों को पुष्टाहार वितरित किया जाता है। अब तक गर्भवती महिला को एक-एक किलो दाल, चावल, गेहूं व आधा किलो तेल मिल रहा था। इसी तरह बच्चों को आधा-आधा किलो चावल, दाल, गेहूं दिया जा रहा था। इसमें गेहूं और चावल डीलर उनको दे रहे थे। दाल व तेल सीडीपीओ (बाल विकास परियोजना अधिकारी) द्वारा स्वयं सहायता समूह को दिया जा रहा था, लेकिन अबकी बार गेहूं किसी को नहीं दिया जाएगा। उसके स्थान पर दलिया का पैकेट मिलेगा।
कोट:
आंगनबाड़ी केंद्रों पर गर्भवती महिलाओं व बच्चों को एक किलो दलिया का पैकेट उपलब्ध कराने का सरकार ने निर्णय लिया है। इसका वितरण स्वयं सहायता समूह की महिलाओं द्वारा किया जाएगा। समूह की महिलाएं दलिया का पैकेट बाल विकास परियोजना अधिकारी के कार्यालय से प्राप्त करेंगी। फिलहाल 19922 गर्भवती व धात्री महिलाओं और 18721 बच्चों को ही राशन मिल रहा है।
विपिन मैत्रेय , जिला कार्यक्रम अधिकारी बागपत