देवरिया। फर्जी अनुमोदन पत्र के जरिए जनपद के विभिन्न अनुदानित विद्यालयों में नियुक्त अध्यापकों का करोड़ों का भुगतान कराने वाले बेसिक शिक्षा विभाग के पूर्व वित्त एवं लेखाधिकारी जगदीश लाल श्रीवास्तव को एसटीएफ ने शनिवार की रात गिरफ्तार कर लिया। पकड़े गए आरोपी को एसटीएफ ने कोतवाली पुलिस को सौंप दिया है।
एसटीएफ गोरखपुर यूनिट में अगस्त में जनपद के दो विद्यालयों में अनुमोदन पत्र के जरिए अध्यापक बनने के मामले का खुलासा किया था। इस मामले में एसटीएफ ने 17 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कराया था। जिसमें 5 लोगों को पुलिस ने तभी गिरफ्तार कर लिया था। बाकी नौ लोगों को पकड़ने के लिए 25-25 हजार रूपए इनाम घोषित किया था। इस मामले में तत्कालीन वित्त एवं लेखाधिकारी जगदीश लाल श्रीवास्तव पर एसटीएफ ने मुकदमा दर्ज कराया था।
आरोप है कि फर्जी शिक्षकों के एरियर और वेतन भुगतान की करोड़ों की राशि इनकी मिलीभगत से हुई है। एसटीएफ ने शनिवार की रात में छापेमारी कर जगदीश लाल श्रीवास्तव को गोरखपुर से गिरफ्तार कर लिया। एसटीएफ के निरीक्षक सत्य प्रकाश सिंह ने बताया कि आरोपी तत्कालीन वित्त एवं लेखा अधिकारी को गिरफ्तार कर लिया गया है जबकि पुलिस अधीक्षक डॉ श्रीपति मिश्र ने बताया कि एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है, पूछताछ की जा रही है।