गोरखपुर। कुसहरा में शिवम पांडेय (15) की आत्महत्या मामले में पिता त्रिपुरारी पांडेय की तहरीर पर चिलुआताल पुलिस ने रविवार को आदर्श विद्या मंदिर जूनियर हाईस्कूल के प्रबंधक जंगी शर्मा, प्रधानाचार्य बालकृष्ण यादव व क्लास टीचर गोल्डी के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने से संबंधित धारा में केस दर्ज कर लिया। आरोपित प्रबंधक जंगी शर्मा को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। आरोपित प्रधानाचार्य और शिक्षिका की तलाश की जा रही है।
जानकारी के मुताबिक, ग्रामसभा कुशहरा निवासी त्रिपुरारी पांडेय का बेटा शिवम पांडेय आदर्श बाल विद्या मंदिर जूनियर हाईस्कूल खुटवा मजनूं चौराहा में आठवीं कक्षा का छात्र था। शिवम का छोटा भाई सुंदरम भी इसी स्कूल में छठीं कक्षा में पढ़ता है।
शनिवार सुबह नौ बजे शिवम घर से स्कूल के लिए निकला था, लेकिन एक घंटे बाद वापस आ गया। सुबह करीब 10 बजे खपरैल वाले मकान के एक कमरे में गया और दरवाजा अंदर से बंद कर लिया। पुलिस के मुताबिक, किशोर घर के ऊपरी हिस्से में लगी सहतीर (मोटी लकड़ी) से नायलॉन की रस्सी का फंदा बनाकर झूल गया। कुछ देर बाद जब परिजनों की नजर बंद दरवाजे पर पड़ी तो उसे खुलवाने का प्रयास किया। अंदर से कोई जवाब नहीं मिला तो चिलुआताल पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस मौके पर पहुंची और दरवाजा तोड़कर शव को उतारा गया। फोरेंसिक टीम ने कमरे का मुआयना किया तो वहां रोलदार पेपर पर एक सुसाइड नोट मिला।
सुसाइड नोट से खुला मामला
किशोर के आत्मघाती कदम से हर कोई चौंक गया था। लोगों को समझ में नहीं आ रहा था कि आठवीं कक्षा का छात्र ऐसा क्यों करेगा। घटनास्थल की छानबीन में जुटी पुलिस को एक सुसाइड नोट मिला। कॉपी के पन्ने पर लिखे सुसाइड नोट में एक दिन पहले स्कूल में हुई घटना का जिक्र है। पहले तो स्कूल प्रबंधन ऐसी किसी बात से इनकार करता रहा, लेकिन जब सुसाइड नोट सार्वजनिक हुआ तब पुलिस ने प्रबंधक को बुलाकर पूछताछ की। इसके बाद स्कूल प्रबंधक और प्रधानाचार्य व शिक्षिका पर केस दर्ज कर लिया। प्रबंधक को तत्काल गिरफ्तार करके अदालत में पेश किया जहां से उसे जेल भेज दिया गया।