पीडीडीयू नगर। जिले के 1185 परिषदीय स्कूलों को शासन की ओर से हाइटेक करने की योजना है। इससे ये स्कूल जल्द ही सुविधाओं के मामले में निजी स्कूल जैसे नजर आएंगे। इसके लिए बेसिक शिक्षा अधिकारी ने जिला पंचायत राज अधिकारी को पत्र भेजकर सभी स्कूलों को सुविधाओं से लैस करने को कहा है। मिशन कायाकल्प के साथ अन्य बिंदुओं पर भी इन विद्यालयों को संवारा जाएगा
जिले के परिषदीय स्कूल सुविधा के मामले में जल्द ही निजी स्कूल जैसे ही नजर आएंगे। पूर्व में सुविधा के 14 बिंदु पर कराए गए कायाकल्प कार्य से इतर इस बार स्कूलों को 19 बिंदुओं पर अवस्थापना सुविधा से लैस किया जाएगा। शासन का पत्र मिलने के बाद बीएसए ने डीपीआरओ को पत्र भेजकर सभी स्कूलों को सुविधा से लैस करने को कहा है। कायाकल्प का कार्य पंचायतों को आवंटित राशि से होगा। शासन का प्रयास परिषदीय स्कूलों को निजी स्कूलों से बेहतर बनाने का है। इस दिशा में ठोस कदम उठाया जा रहा है। पूर्व में कायाकल्प योजना के तहत बड़ी संख्या में परिषदीय स्कूलों को सुविधाओं के 14 बिंदु से आच्छादित किया गया था। शासन की कोशिश अब सभी स्कूलों को सुविधा के 19 बिंदु पर लैस करने की है। पहले से जिन स्कूलों में सुविधा के 14 बिंदु पर काम हुआ है वहां भी पांच अन्य बिंदुओं पर काम किए जाएंगे। इस संबंध में शासन का आदेश मिलने के बाद बीएसए ने डीपीआरओ को पत्र भेज दिया है।
बीएसए ने स्कूलों में शुद्ध व सुरक्षित पेयजल प्रबंध, बालिका व बालक के लिए अलग-अलग प्रसाधन व यूरिनल कक्ष, यूरिनल कक्ष में नल से जलापूर्ति, श्यामपट, रसोई घर, स्कूल की रंगाई-पुताई, दिव्यांग के लिए सुलभ रैंप व रेलिंग, बिजली कनेक्शन , और चारदिवारी की व्यवस्था होगी। स्कूलों में सुविधा बढ़ने के बाद शिक्षकों को शिक्षण कार्य में आसानी होगी और बच्चों को भी सहूलियत होगी।
जिले में संचालित सभी स्कूलों को सभी सुविधाएं मुहैया करने की कोशिश के साथ पढ़ाई की बेहतर व्यवस्था की जा रही है। शिक्षण कार्य बेहतर होने से इस वर्ष परिषदीय स्कूलों के छात्र-छात्रा संख्या में इजाफा हुआ है। सत्येंद्र कुमार सिंह, बीएसए