यूपी सरकार की ओर से शुरू की गई अभ्युदय कोचिंग सेंटर अब प्रदेश के ज्यादातर शहरों में इसके सेंटर खोले जा चुके हैं। कई जिलों में इस कोचिंग का शुभारंभ भी किया जा चुका है। वाराणसी में आईएएस और आईपीएस की फ्री पढ़ाई को लेकर ऑनलाइन तिथि की घोषणा भी की जा चुकी है। वाराणसी डीएम ने बताया कि मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना के अंतर्गत आगामी प्रतियोगिता के लिए ऑनलाइन पंजीकरण का अंतिम तारीख 20 अक्टूबर रखी गई है। इच्छुक अभ्यर्थी इस तारीख तक ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करवा सकते हैं।
उन्होंने बताया कि सफल अभ्यर्थियों के लिए कोचिंग सत्र का संचालन की संभावित तारीख 15 नवंबर रखी गई है। डीएम ने परीक्षा को लेकर बताया कि जेईई की परीक्षा 21 अक्टूबर, एनईईटी की परीक्षा 22, एनडीए/सीडीएस की परीक्षा 25 और सिविल सेवा/राज्य सिविल सेवा की परीक्षा 26 अक्टूबर को होगी। सभी परीक्षाएं अपराह्न दो बजे से तीन बजे तक होगी, जिसका परिणाम वेबसाइट पर प्रकाशित कराने की तारीख 29 अक्टूबर रखी गई है। डीएम ने बताया कि कोचिंग में सिविल सेवा (प्रा.) परीक्षा 2022, एनईईटी/जेईई और एनडीए/सीडीएस (प्रा.) परीक्षा 2022 की तैयारी के लिए फ्री कोचिंग सुविधा है।
आपको बता दें कि अक्टूबर की शुरुआत में योगी सरकार ने यूपी के हर जिले में अभ्युदय कोचिंग सेण्टर खोलने की घोषणा कर चुकी है। यूपी के युवाओं के लिए आईएएस,आईपीएस और इंजीनियर बनने की राह अब और आसान होने जा रही है। प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कराने वाली मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना को राज्य सरकार अब छोटे जिलों में भी लागू करने की तैयारी में है। अब इन छोटे जिलों के युवा भी इन प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी सुचारू ढंग से करके अफसर, इंजीनियर बन सकेंगे।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने समाज कल्याण विभाग को हर जिले में अभ्युदय कोचिंग शुरू करने के लिए प्रस्ताव तैयार करने का निर्देश दिया है । सरकार की योजना छोटे जिलों के प्रतिभावान युवाओं को उनके आस पास ही प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी के लिए सबसे बेहतर सुविधा उपलब्ध कराने की है। मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना फिलहाल 18 मंडल मुख्यालयों पर संचालित हो रही है। प्रतियोगी परीक्षाओं में यूपी के युवाओं की दमदार मौजूदगी को देखते हुए सरकार इसका दायरा बढ़ा कर प्रदेश के सभी 75 जिलों तक करने जा रही है।
नीट, सीडीएस, जेईई, एनडीए और सिविल सेवा परीक्षाओं के लिए ऑफलाइन माध्यम से 5,000 से अधिक और ऑनलाइन माध्यम से 10,000 से अधिक छात्रों को अभ्युदय कोचिंग के जरिये तैयार किया जा रहा है। आन लाइन उपलब्ध कराई जा रही अध्ययन सामग्री के माध्यम से 1 लाख से अधिक छात्रों को योजना का लाभ मिल रहा है।
राज्य सरकार योजना के तहत चुने गए कुछ छात्रों को टैबलेट भी उपलब्ध कराने जा रही है, ताकि वे परीक्षाओं की तैयारी के लिए डिजिटल संसाधनों का उपयोग कर सकें। लखनऊ के मंडलायुक्त और अभ्युदय योजना के नोडल अधिकारी रंजन कुमार ने बताया कि जेईई एडवांस के अगले बैच में प्रवेश के लिए 3 अक्टूबर को परीक्षा आयोजित की जा रही है। 16 फरवरी 2021 से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर सभी मंडल मुख्यालयों में अभ्युदय कोचिंग (http://abhyuday.up.gov.in/) की शुरुआत की गई है। शुरू में दो कक्षाएं चलाई गई थीं लेकिन अब इनमें विस्तार किया जा चुका है।