नौगढ़: सर्व शिक्षा अभियान और मिशन का एकल की जमीनी हकीकत देखनी है तो आपको चंदौली के नौगढ़ ब्लाक आना होगा। गोड्टुटवा की बनी 13 साल बीत चुके हैं पर अभी तक विद्यालय का भवन ही नहीं बन पाया है। पिछले 13 वर्षों से बच्चे पेड़ के नीचे चटाई बिछा कर पढ़ाई करतने पर मजबूर हैं जरा सी बारिश होने पर छुपने के लिए छत भी नहीं है बारिश होने पर बच्चे भीगते हुए गांव में भागते हैं तो वहीं शिक्षक अपनी स्कॉर्पियो में शरण लेते हैं।
नौगढ़ विकासखंड के ग्राम पंचायत लौहारी कला के गोड्टुटवा ने वर्ष 2008-09 मैं प्राथमिक विद्यालय की स्थापना की गई। इसके भवन निर्माण के लिए विभाग ने पांच लाख ₹40000 ग्राम प्रधान शिक्षामित्र के खाते में भेजे थे। तत्कालीन ग्राम प्रधान मंगरू राम ने विद्यालय निर्माण के लिए भूमि पूजन व शिलान्यास भी किया था इसके बाद विद्यालय निर्माण के लिए बिल्डिंग मटेरियल मंगाई गई। मगर निर्माण के लिए रखी ईट बल्लू कुछ ही दिनों में गायब हो गए 2 साल बाद ग्राम प्रधान की मीटिंग हुई जिसमें गांव के लोगों ने निर्माण लिया कि चंदा जुटाकर विद्यालय का निर्माण कराया जाएगा वहीं ग्रामीण ने खुद से ही विद्यालय निर्माण करने की बात कही चंदा जुटाया गया उससे विद्यालय का निर्माण भी शुरू किया गया पर चारदीवारी से आगे नहीं बढ़ पाया। पैसे न मिलने से काम रुक गया मजबूरी में बच्चों को सड़क के किनारे स्थित पेड़ के नीचे पड़ा या जाने लगा जो अब तक जारी है। विद्यालय में अभी 53 बच्चों का एडमिशन है 13 साल पहले पहले चंदे के पैसे से बढ़ने के चलते की चारदीवारी भी खंडहर हो चुकी है।
शनिवार को विद्यालय का निरीक्षण करने बीएसए से सत्येंद्र कुमार सिंह जी गए हुए थे उन्होंने शिक्षकों को निर्देश दिया कि चाहे जो हो बच्चों को चारदीवारी के अंदर की पढ़ाई। विद्यालय में प्रधानाध्यापक रमाकांत जायसवाल ने बताया कि विद्यालय की चारदीवारी तो है पर छत नहीं है।
विद्यार्थियों को पेड़ के नीचे बैठाकर पढ़ाए जाने की सूचना है खाते में 1.10 लाख रूप में मौजूद है शनिवार की बीएसए द्वारा विद्यालय का निरीक्षण भी किया गया है जल्द ही निर्माण की दिशा में कार्य होगा। अवधेश नारायण सिंह एबीएसए