कोरोना संक्रमण के कारण लंबे अंतराल के बाद खुले जिले के माध्यमिक स्कूलों में फिर से बच्चे आना शुरू हो गए हैं। कोविड नियमों को ध्यान में रखते हुए जिले के माध्यमिक विद्यालयों में चल रही ऑफलाइन कक्षाओं में करीब 70 फीसदी से अधिक छात्र-छात्राएं आ रहे हैं।
अधिकारियों का कहना है कि माध्यमिक विद्यालयों में बच्चों की संख्या में संख्या में इजाफा हुआ है, इसके साथ ही कोरोना से बचाव के नियमों को ध्यान में रखते हुए पढ़ाई कराई जा रही है। सभी शिक्षकों को स्कूल खुलने से पहले ही कोरोना से बचाव का टीका लगवाने के निर्देश दिए गए थे, जिससे बच्चों और खुद की सुरक्षा का ध्यान रखा जा सके। वहीं, नए सत्र में स्कूलों में काफी दाखिले हुए हैं, जिसकी प्रकिया पूरी की जा चुकी है।
बता दें कि जिले में माध्यमिक शिक्षा विभाग के 150 विद्यालय संचालित हैं, जिसमें काफी संख्या में बच्चे पढ़ाई करते है।ं कोरोना संक्रमण की वजह से करीब डेढ़ साल से अधिक समय से शिक्षण संस्थान बंद थे। ऐसे में बच्चों की ऑनलाइन पढ़ाई कराई जा रही थी, लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों के बच्चों को ऑनलाइन कक्षाओं में दिक्कत हो रही थी। अब कोरोना की स्थिति सामान्य होने पर विद्यालय फिर से खोल दिए गए हैं। ऑफलाइन कक्षा में बच्चों की संख्या बढ़ गई है।
सुरक्षा के साथ गहो रही कक्षा में पढ़ाई : जिला विद्यालय निरीक्षक धर्मवीर सिंह ने बताया कि जिले में कोरोना संक्रमण के मामले काफी कम हो गए हैं। इसी वजह से अब माध्यमिक शिक्षा विभाग के स्कूलों में बच्चों की संख्या बढ़ रही है। शासन के आदेश के बाद खुले विद्यालयों में शुरुआत में बच्चों की संख्या कम थी, लेकिन अब काफी इजाफा हुआ है।
शहरी क्षेत्रों में संख्या अधिक
जिला विद्यालय निरीक्षक धर्मवीर सिंह ने बताया कि जिले के 150 विद्यालयों में 70 फीसदी से अधिक बच्चे ऑफलाइन कक्षा में पढ़ाई के लिए आ रहे है। शहरी क्षेत्रों के विद्यालयों में बच्चों की संख्या काफी अधिक है, जबकि ग्रामीण क्षेत्र में स्थिति सामान्य है। उनका कहना है कि कोरोना के बावजूद नए सत्र में दाखिले की संख्या में इजाफा हुआ। अधिकतर विद्यालयों में सीट फुल हो गई हैं।