प्रयागराज : दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया गुरुवार को यूपी की शिक्षा की बात मनीष सिसोदिया के साथ कार्यक्रम में शामिल होने प्रयागराज आए। आम आदमी पार्टी की ओर से राजर्षि टंडन मंडपम में आयोजित कार्यक्रम में बड़ी संख्या में शिक्षक, अधिवक्ता, डॉक्टर, स्कूली बच्चों के साथ समाजसेवी और वुद्धिजीवी शामिल हुए।
मनीष सिसोदिया से सबसे पहला सवाल छात्रा ऋतंधरा पांडेय ने पूछा कि किस तरह यूपी में शिक्षा का मॉडल बदला जा सकता है। शिक्षामंत्री ने कहा कि विचारधारा अगर बदल जाएगी तो शिक्षा का मॉडल अपने आप बदलने लगेगा। इसके लिए सभी को सहयोग करना होगा। प्रतियोगी छात्रा अनामिका ने पूछा कि दिल्ली की जनसंख्या से कई गुना जनसंख्या यूपी की है, तो यहां किस आधार पर शिक्षा मॉडल और लोगों के विचारों को बदल पाएंगे। मनीष सिसोदिया ने कहा कि यूपी की जनसंख्या अधिक है तो टैक्स भी अधिक यहां की जनता ही देती है। ऐसे में जो टैक्स आएगा उसी से शिक्षा में सुधार होगा। इसके लिए हम सभी को जाति और धर्म से ऊपर उठकर सोचना होगा। त्रिभुवन नाथ ने पूछा कि प्राइवेट स्कूल में मनमानी फीस होने के बावजूद बच्चों की संख्या सरकारी स्कूलों से अधिक है इसको कैसे काबू करेंगे। उप मुख्यमंत्री ने कहा कि जब संसाधन अच्छा होगा तो सरकारी स्कूलों में संख्या बढ़ेगी तो प्राइवेट में अपने आप छात्रों की संख्या घटने लगेगी। अदब फातिम, मुजम्मिल, अमानुलरहमान, अंजली यादव, संतोष पटेल आदि ने सवाल पूछे। आप के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने कहा कि शिक्षा को आधार बनाकर हम अपना और पूरे भारत का भविष्य संवार सकते हैं। दिल्ली के उप मुख्यमंत्री ने मनीष सिसोदिया ने सिविल लाइंस स्थित सुभाष चंद्र बोस की प्रतिमा पर माल्यार्पण और आजाद पार्क में चंद्रशेखर आजाद की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। संगम क्षेत्र के रामघाट पर आरती कर मां गंगा का आशीर्वाद लिया। इसके बाद वह वाराणसी रवाना हो गए। प्रदेश अध्यक्ष सभाजीत सिंह, प्रदेश महासचिव दिनेश पटेल, राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य अल्ताफ अहमद, महानगर अध्यक्ष संजीव मिश्रा, जिला महासचिव नितिन पटेल, महानगर महासचिव सर्वेश यादव, वंशराज दुबे, विनय पटेलआदि मौजूद रहे।
अनार की रोशनी से हॉल रोशन हुआ
दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया जैसे ही राजर्षि टंडन मंडपम में पहुंचे तो खड़े होकर तालियां बजाकर उनका स्वागत किया गया। मंच पर पहुंचते ही अनार छुड़ाया गया। अनार की रोशनी से हॉल रोशन हो गया।
हम दशकों से विकासशील देश में शामिल हैं
मनीष ने कहा कि 75 साल भारत को आजाद हुए हो गए हैं। आज भी हम विकासशील देश की श्रेणी में खड़े हैं। एक ऐसा देश जो कभी विश्व गुरु, सोने की चिड़िया कहा जाता था, जिसने दुनिया की पहली यूनिवर्सिटी बनाई, जिसकी गोद में तमाम शानदार प्राकृतिक संसाधन पड़े हैं, वह देश तब से आज तक विकासशील देश ही है।