वाराणसी। सभी परिषदीय स्कूलों में बच्चों को दोपहर भोजन देने के लिए संचालित मध्याहन भोजन योजना (मिड-डे-मील) का नाम बदलने की योजना है। शासन से प्रस्तावित योजना के मुताबिक मिड-डे मील अब प्रधानमंत्री पोषण मिशन शक्ति योजना के रूप में यह जाना जाएगा। हालांकि शासन की तरफ से अभी तक इस संबंध में कोई लिखित आदेश नहीं आया है। लेकिन जल्द ही सरकार की ओर से आदेश आने की संभावना है।
दरअसल प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बीते 30 सितंबर को सरकारी और सहायता प्राप्त स्कूलों के बच्चों को तक पका भोजन उपलब्ध कराने को लेकर प्रधानमंत्री पोषण योजना स्कीम लॉन्च किया। पीएम ने बताया कि अगले पांच सालों में इस पर 1 लाख 30 हजार 795 रुपये का खर्च आयेगा। इस योजना को मौजूद मिड-डे मील के बदले लाया गया है। जिसमें सरकारी और सहायता प्राप्त स्कूलों के पहली से आठवीं कक्षा में पढ़ने वाले सभी स्कूली बच्चों को इसमे शामिल किया जायेगा।
जिसके बाद से ही शिक्षा विभाग इसे लेकर अमलीजामा पहनाने में जुट गया है। इसके साथ ही विभाग की ओर से सप्ताहवार दिए जाने वाले भोजन के मेन्यू व मानक को लेकर भी एडवाइजरी जारी की गई है। प्रधानाध्यापकों को हिदायत दी गई है कि मेन्यू व मानक के अनुरूप ही बच्चों को गुणवत्तापूर्ण पौष्टिक भोजन दिया जाए। इसमें किसी तरह की लापरवाही न की जाए। उधर, नाम बदलने के प्रस्ताव के साथ योजना में कई अन्य बदलाव होने के संकेत भी मिले हैं। माना जा रहा है कि अब बच्चों को और गुणवत्तापूर्ण भोजन देने की व्यवस्था होगी। इसका लाभ बच्चों को मिलेगा।