यूपी के मिर्जापुर जिले में मासूम छात्र को छत से उल्टा लटकाने के मामले में आरोपी स्कूल संचालक को शुक्रवार को जेल भेज दिया गया। पुलिस ने गुरुवार रात ही आरोपी को हिरासत में लिया था।
इधर, जिस स्कूल ( सद्भावना शिक्षण संस्थान ) में ये घटना घटी थी वहां शुक्रवार को पठन-पाठन का कार्य पूर्ववत ही हुआ। मामला अहरौरा के सद्भावना शिक्षण संस्थान का है।
यहां बुधवार को शरारत करने की सजा के तौर पर स्कूल संचालक ने कक्षा दो के छात्र को छत के बारजे से उल्टा लटका दिया था। जब यह वाकया हुआ तो आस-पास और भी बच्चे मौजूद थे। इसी बीच पूरी घटना का तस्वीर खींच कर किसी ने सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया।
जिसके बाद मामले का संज्ञान लेते हुए जिलाधिकारी प्रवीण कुमार लक्षकार ने बेसिक शिक्षा अधिकारी को तत्काल मौके पर जा कर जांच करने और मामले में आरोपी प्रधानाचार्य पर मुकदमा दर्ज कराने का आदेश दिया था। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर आरोपी को गुरुवार रात हिरासत में लिया था। बीएसए गौतम प्रसाद ने बताया कि विद्यालय की मान्यता निरस्त की जाएगी। इसकी प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
क्यों आया था स्कूल संचालक को गुस्सा
अहरौरा के बूढ़ादेई मोहल्ले के रणजीत सिंह यादव का पुत्र सोनू यादव सद्भावना पब्लिक स्कूल में कक्षा दो का छात्र है। बुधवार दोपहर में स्कूल के कुछ बच्चे गोलगप्पा खाने परिसर के बाहर गए थे। आरोप है कि वहां सोनू ने कुछ बच्चों से धक्का-मुक्की की। बच्चों ने इसकी शिकायत स्कूल संचालक मनोज विश्वकर्मा से की।
उन्होंने समझाया, लेकिन सोनू उनकी बात नहीं समझ सका। आरोप है कि इससे क्रोधित होकर स्कूल संचालक ने छात्र को बच्चों के सामने ही पहली मंजिल से पैर पकड़कर नीचे लटका दिया। यह देख अन्य बच्चे काफी डर गए। बात परिजनों तक पहुंची तो उन्होंने आपत्ति दर्ज करवाई। स्कूल संचालक की इस हरकत से लोगों में गहरी नाराजगी है।