बलिया। बेसिक शिक्षा परिषद ने अध्यापकों के अवकाश के लिए आनलाइन प्रक्रिया प्रारंभ कर दी है। मानव सम्पदा पोर्टल पर आनलाइन अवकाश के अलावा कोई अवकाश मान्य भी नहीं है। तमाम अध्यापक इसका उपयोग भी कर रहे हैं लेकिन अभी भी कुछ विद्यालयों पर मनचाहे ढंग से अवकाश लेने और विद्यालय से गायब रहने का खेल जारी है। हालांकि इसे लेकर विभाग सख्त हो गया है। बीएसए शिवनारायण सिंह ने शिक्षा क्षेत्र मुरलीछपरा के कम्पोजिट विद्यालय लक्ष्मण छपरा के शिक्षामित्र समेत पांच शिक्षकों का वेतन तथा मानदेय अग्रिम आदेश तक रोक दिया है।
बीएसए के जारी आदेश के मुताबिक, कम्पोजिट विद्यालय लक्ष्मण छपरा की जांच बीईओ ने चार अक्तूबर को की थी। शिकायत में वायरल उपस्थिति पंजिका पर एक अक्तूबर से चार अक्तूबर तक धर्मशील पांडे व दिव्या सिंह (शिक्षा मित्र) द्वारा हस्ताक्षर नहीं बनाया गया था। वहीं, छह अक्तूबर के निरीक्षण में हस्ताक्षर बना दिया गया था। इसी प्रकार सहायक अध्यापक अजय पांडे, राजेश कुमार व सौरभ पांडे का चार अक्तूबर का हस्ताक्षर नहीं था, जिसे बाद में बना दिया गया है।
इसे गंभीरता से लेते हुए बीएसए ने सभी अध्यापक व शिक्षामित्र का वेतन व मानदेय अग्रिम आदेश तक बाधित करते हुए एक सप्ताह के अन्दर स्पष्टीकरण मांगा है।
उधर, मुरलीछपरा के कंपोजिट विद्यालय शोभाछपरा पर छह अक्टूबर को अनुपस्थित मिले हेडमास्टर जनार्दन राम, सहायक अध्यापक शैलेश सिंह व राकेश कुमार पर भी बिना सूचना अनुपस्थित मिले। बीईओ के पत्र के आधार पर बीएसए ने कार्रवाई की है।
इसी प्रकार बांसडीह के उप्रावि लखरांव खरौनी के अध्यापक अजय कुमार तथा उप्रावि पर्वतपुर पर कार्यरत अनिल व एकलव्य कुमार पर अनुशासनहीनता व स्वेचछाचारितापूर्ण आचरण का आरोप है। अग्रिम आदेश तक वेतन बाधित कर बीएसए ने स्पष्टीकरण तलब किया है ।