सुल्तानपुर। बीएसए ने लापरवाही के आरोप में पांच प्रधानाध्यापकों समेत सात शिक्षकों का वेतन रोक दिया है। संबंधित शिक्षकों को नोटिस देकर जवाब मांगा गया है।
बीएसए दीवान सिंह यादव ने 30 सितंबर को कूरेभार, जयसिंहपुर, दोस्तपुर व अखंडनगर के सात विद्यालयों का निरीक्षण किया था। सुबह पौने नौ बजे कूरेभार के डीहढग्गूपुर में शिक्षामित्र गीता सिंह बिना किसी सूचना के अनुपस्थित पाई गई थीं। विद्यालय में मूल भवन व अतिरिक्त कक्षा कक्षों पर घास-फूस उगी थी। 90 प्रतिशत बच्चे किताब तक नहीं पढ़ पाए थे। कार्य में लापरवाही बरतने के मामले में प्रधानाध्यापक विजय बहादुर सिंह का वेतन अग्रिम आदेश तक रोका गया है। शिक्षामित्र का भी एक दिन का मानदेय रोका गया है। जयसिंहपुर के प्राथमिक विद्यालय सेमरी द्वितीय में व्यवस्था ठीक नहीं पाई गई। विद्यालय कैंपस साफ-सुथरा नहीं था। कक्षा-चार के बच्चों से हिंदी की किताब पढ़वाई गई तो वे नहीं पढ़ सके। कक्षों व रसोईंघर में टाइल्स नहीं लगे थे। बच्चों के अधिगम स्तर संतोषजनक नहीं मिलने तथा मिशन प्रेरणा में रुचि नहीं लेने पर प्रधानाध्यापक राजेश कुमार सिंह का वेतन अग्रिम आदेश तक रोका गया है।
प्राथमिक विद्यालय, सेमरी प्रथम में अतिरिक्त कक्षा कक्ष का निर्माण अत्यंत खराब होने तथा उसके ताले नहीं खोले जाने से कक्षा कक्ष जर्जर पाए गए। बीएसए ने अतिरिक्त कक्षा कक्ष का निर्माण कराने वाले बड़े गांव प्राथमिक विद्यालय के प्रधानाध्यापक धर्मराज वर्मा का वेतन अग्रिम आदेश तक रोक दिया है।
खंड शिक्षाधिकारी जयसिंहपुर व जिला समन्वयक निर्माण को सत्यापन कर रिपोर्ट भेजने को कहा है। विकास खंड के प्राथमिक विद्यालय सराय नारंग में प्रधानाध्यापक हरिकेश कुमार सिंह बिना किसी सूचना के अनुपस्थित पाए गए। बच्चों के अधिगम स्तर भी न्यून पाए गए। विद्यालय से बिना सूचना के अनुपस्थित रहने से हरिकेश कुमार सिंह का वेतन रोक दिया गया। साथ ही विद्यालय के समस्त शिक्षकों को चेतावनी दी गई है कि बच्चे के अधिगम स्तर उनके स्तर के अनुकूल करें अन्यथा विभागीय कार्रवाई की जाएगी।
दोस्तपुर विकास खंड के प्राथमिक विद्यालय गोसैसिंहपुर प्रथम में कक्षा कक्ष में किताबें रखी पाई गईं लेकिन वितरण नहीं हुआ था। एमडीएम पंजिका में बच्चों की उपस्थिति का अंकन नहीं हुआ था। विद्यालय में पाई गई कमियों को देखते हुए प्रधानाध्यापक संतलाल का वेतन अग्रिम आदेश तक रोका गया है। विद्यालय के सहायक अध्यापक प्रवीण कुमार शुक्ला का वेतन बिना सूचना के अनुपस्थित पाए जाने के कारण रोका गया है।
शिक्षण कार्य का अवलोकन करें एआरपी
सभी एसआरजी व एआरपी को निर्देश दिया गया है कि विद्यालय भ्रमण के समय विद्यालय के अन्य कार्यों के साथ-साथ शिक्षक की ओर से किए जा रहे शिक्षण कार्य का अवलोकन करें। उनके शिक्षण कार्य में कुछ और नई विधा की आवश्यकता हो तो उन्हें सुझाव दें। स्वयं भी किसी कक्षा में शिक्षण कार्य करें और अध्यापक को उसका अवलोकन करने के लिए आमंत्रित करें। प्रत्येक विद्यालय में कार्यों का विभाजन अध्यापकों के मध्य होना जरूरी है। समयसारिणी बनाते समय यह अवश्य ध्यान रखा जाय कि अध्यापक की योग्यता एवं उसकी रुचि के अनुसार विषय का आवंटन हो। ताकि पठन-पाठन रुचिकर हो सके। – दीवान सिंह यादव, बीएसए।