लखनऊ: अपनी मांगों के प्रति सरकार के उदासीन रवैए के विरोध में उत्तर प्रदेश विश्वविद्यालय महाविद्यालय शिक्षक महासंघ (फुपुक्टा) ने 28 अक्तूबर को विधानसभा का घेराव करने की घोषणा की है। महासंघ ने प्रदेश भर के शिक्षकों से 28 अक्तूबर को लखनऊ में इको गार्डेन पहुंचने की अपील की है, जहां से मार्च करते हुए विधानसभा पहुंचकर घेराव किया जाना है। फुपुक्टा के अध्यक्ष डॉ. वीरेन्द्र सिंह चौहान व महामंत्री डॉ. वाईएन त्रिपाठी ने सभी राज्य विश्वविद्यालयों के शिक्षक संघ एवं महाविद्यालयों के शिक्षक संघ की इकाइयों को पत्र भेजकर धरना एवं विधानसभा घेराव के कार्यक्रम में शामिल होने की अपील की है। प्रस्तावित कार्यक्रम के अनुसार 28 अक्तूबर को पूर्वाह्न 11 बजे से इको गार्डेन में धरना शुरू होगा। अपराह्न दो बजे तक धरना देने के बाद शिक्षक विधानसभा के लिए मार्च करेंगे। इससे पहले फुपुक्टा के आह्वान पर गत पांच अक्तूबर को शिक्षकों ने सभी राज्य विश्वविद्यालयों में धरना दिया था।
धरना में यूजीसी की संस्तुतियों के आधार पर सेवानिवृत्ति की आयु 65 वर्ष किए जाने, महाविद्यालयों में प्रोफेसर पदनाम व वेतनमान दिए जाने, पीएचडी पर पांच व एमफिल पर अतिरिक्त वेतन वृद्धि दिए जाने, केवल नो ड्यूज के आधार पर एकल स्थानान्तरण की सुविधा दिए जाने तथा परीक्षा पारिश्रिमिक की दरें संशोधित किए जाने समेत कई मांगें उठाई गई थी। फुपुक्टा के अनुसार इसमें से एक भी मांग अभी तक पूरी नहीं हो पाई है। पहली अप्रैल 2005 से लागू नई पेंशन व्यवस्था को वापस लेकर उसके स्थान पर पुरानी पेंशन व्यवस्था को पुनः बहाल किए जाने तथा आकस्मिक अवकाश को आठ से बढ़ाकर पुनः 14 किए जाने और चिकित्सा अवकाश पूर्व की भांति बहल किए जाने समेत अन्य मांगें भी फुपुक्टा के मांगपत्र में शामिल हैं।