कन्नौज। जिन संस्कृत शिक्षकों को बच्चों का भविष्य संवारना है, उनकी योग्यता का आंकलन चंद समय में ही अधिकारियों ने कर लिया। करीब सात घंटे में 130 से अधिक अभ्यर्थियों का साक्षात्कार लिया गया। इसमें छह अफसर शामिल रहे। अगर एक अभ्यर्थी से सभी प्रश्न करते हैं तो आधा मिनट भी एक अफसर ने नहीं लिया होगा। इसको लेकर कई सवाल खड़े हो रहे हैं।
दरअसल, च्यवन आश्रम संस्कृत उच्चतर माध्यमिक विद्यालय चियासर गुगरापुर में संस्कृत के चार और लोमश ऋषिक संस्कृत उच्चतर माध्यमिक स्कूल में संस्कृत के दो टीचर पदों पर नियुक्ति होनी है। इसको लेकर रविवार को साक्षात्कार शुरू हुए थे, जो सोमवार को भी जारी रहे। डीआईओएस कार्यालय के मुताबिक 233 लोगों के आवेदन छह पदों पर प्राप्त हुए थे। इसमें 22 देरी से आए थे। इंटरव्यू के दूसरे दिन करीब 130 अभ्यर्थियों को लाला श्याम लाल इंटर कॉलेज में बुलाया गया था। यहां डीआईओएस राजेंद्र बाबू, जिला समाज कल्याण अधिकारी अंजनी कुमार, कानपुर, मैनपुरी व प्रयागराज से संस्कृत के विशेषज्ञ आदि आए थे। साथ ही सम्बंधित संस्कृत विद्यालयों के प्रबंधक भी रहे। छह अधिकारियों की टीम ने इंटरव्यू लिया। उसके बाद देर शाम तक अभिलेखों का मिलान व कागजी प्रक्रिया चलती रही।
चुपचाप लिए साक्षात्कार, कोई सूचना तक नहीं
चर्चा है कि विभाग ने चुपचाप ही साक्षात्कार कर लिए। इसकी कोई जानकारी समाचार पत्र के माध्यम से नहीं दी गई। इसको लेकर भी कई सवाल खड़े हो रहे हैं। उधर, डीआईओएस कार्यालय का कहना है कि प्रक्रिया गोपनीय है, इसलिए नहीं बताया गया।