महराजगंज। अब हरी ताजी सब्जी का सेवन करके स्कूलों और आंगनबाड़ी केन्द्रों के बच्चे स्वस्थ रहेंगे। इसके लिए जिले में स्थापित सभी 122 पोषण वाटिकाओं को बाल विकास विभाग को हैंड ओवर कर दिया गया है।
सीडीओ गौरव सिंह सोगरवाल ने बताया कि अब बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार विभाग (आईसीडीएस) ने विभाग सभी वाटिकाओं में पोषणयुक्त पौधे लगाने का काम शुरू कर दिया है। वाटिका विकसित हो जाने से एक तरफ जहां स्कूलों व आंगनबाड़ी केन्द्रों के बच्चों को हरी ताजी सब्जी का स्वाद चखने को मिलेगा, वहीं कुछ लोगों को रोजगार भी मिलेगा। उन्होंने बताया कि सितंबर माह पोषण माह के रूप में मनाया गया। प्राथमिकता के आधार पर पोषण वाटिका का निर्माण कराकर नोडल विभाग को दे दिया गया है। पोषण वाटिका के रख रखाव की जिम्मेदारी आंगनबाड़ी कार्यकर्त्रियों को सौंपी गई है।
वाटिका में लगाए जा रहे पोषणयुक्त पौधे
सीडीओ ने बताया कि सभी पोषण वाटिका में आंवला, अमरूद, नीबू, सहजन, तुलसी, करी पत्ती, कलमी आम,करौदा, पालक, मेथी, मटर, मूली, राजमा, सेम, गाजर, पातगोभी ,धनिया आदि पोषणयुक्त पौधे लगाये जा रहे हैं। इसके लिए धन की व्यवस्था शिक्षा विभाग कर रहा है। पौधे उद्यान विभाग से लिए जा रहे हैं।
40 वाटिकाओं में लगाए जा चुके पोषणयुक्त पौधे
जिला कार्यक्रम अधिकारी दुर्गेश कुमार ने बताया कि जिले के करीब चालीस पोषण वाटिका में पोषणयुक्त पौधे लगाए जा चुके हैं , जिनमें निचलौल, मिठौरा व फरेंदा के 10-10 तथा पनियरा व सदर की के 5-5 वाटिकाएं शामिल हैं।
कहां बनी कितनी वाटिका
12 आदर्श आंगनबाड़ी केन्द्रों पर, 10 आदर्श प्राथमिक विद्यालयों पर, बृजमनगंज, घुघली, सिसवा, महराजगंज ब्लॉक में 8-8, नौतनवा, पनियरा, परतावल, फरेन्दा ब्लॉक में 9-9,निचलौल, लक्ष्मीपुर व मिठौरा ब्लॉक में 10-10 तथा धानी में दो पोषण वाटिका विकसित करायी जा रही है।