अम्बेडकरनगर : कलेक्ट्रेट में शुक्रवार को उस समय हंगामा हो गया जब जिलाधिकारी ने ज्ञापन देने पहुँचे शिक्षकों को रोकने के लिए भारी पुलिस फोर्स बुला लिया। डीएम की सूचना के बाद पुलिस अधीक्षक खुद मौके पर पहुँच गये। कलेक्ट्रेट कुछ समय के लिए छावनी में तब्दील हो गया। हलाकि घण्टो इस हाई वोल्टेज ड्रामे की समाप्ति डीएम द्वारा ज्ञापन लेने के बाद हुआ। शिक्षकों ने डीएम पर अभद्रता का आरोप लगाया है।
परिषदीय स्कूलों के कई शिक्षक संगठनों के पदाधिकारी शुक्रवार को सुबह डीएम सैमुअल पॉल एन को ज्ञापन देने पहुँचे थे। शिक्षकों का आरोप है कि हम लोग डीएम से मिलने के लिए पहुँचे थे गेट पर उनके अर्दली द्वारा अभद्रता की गई।
जिलाधिकारी सिर्फ एक व्यक्ति से मिलने की बात कर रहे थे। जबकि हम लोग चार संगठनों से जुड़े थे इसलिए कम से कम 4 लोग मिलेंगे, जिस पर हम लोगो के साथ अभद्रता की गई, डीएम द्वारा पुलिस बुलाकर हिरासत में करा दिया गया, हम लोगो की मोबाइल छीन ली गई। जबकि हम लोग अपनी बात रखने के लिए आये थे। प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष बृजेश मिश्र ने बताया कि बीते 18 अक्टूबर को जिला प्रशासन ने सभी विद्यालयों का एक साथ निरीक्षण कराया था, जिसमे जो शिक्षक अवकाश पर थे उन्हें भी अनुपस्थित कर दिया गया, वेतन काटने की प्रक्रिया शुरू कर दी गयी है। इसी बात को लेकर हम लोग डीएम से मिलने आये थे। जहाँ हम लोगों की बात न सुनकर हमारे साथ अभद्रता की गई। वही जूनियर हाई स्कूल शिक्षक संघ के जिला अध्यक्ष घनश्याम तिवारी ने कहा कि लेखपाल और सेक्रटरी से निरीक्षण कराया गया था, जिन्हें कोई जानकारी ही नहीं थी, वे लोग जो प्रोफार्मा लेकर गए थे उसमें सिर्फ उपस्थित और अनुपस्थित का ही कालम था, उन लोगो ने अवकाश की सूचना ही नहीं दी।