बेसिक शिक्षा निदेशालय में गुरुवार को कब्जा करने वाले 61 अभ्यर्थियों को जेल भेज दिया गया। 22 हजार पदों पर भर्ती की मांग को लेकर ये अभ्यर्थी कई महीने से धरना दे रहे थे। गुरुवार को इन अभ्यर्थियों ने बेसिक शिक्षा निदेशालय घेर लिया था। वहां काम कर रहे कर्मचारियों को ऑफिस से निकलने नहीं दिया गया। अधिकारी-कर्मचारी छह से सात घंटे बंधक बने रहे थे।
पुलिस ने देर रात हंगामा कर रहे करीब 61 अभ्यर्थियों को गिरफ्तार कर लिया था, तब जाकर अफसर-कर्मचारी निकल सके थे। इन अभ्यर्थियों के खिलाफ गंभीर धाराओं पर मुकदमा दर्ज किया गया है। एसीपी महानगर अली अब्बास के मुताबिक प्रशासनिक अधिकारी संजय शुक्ल ने तहरीर दी थी।
तहरीर के आधार पर प्रदर्शनकारियों के खिलाफ बलवा, मारपीट, गाली गलौज, धमकी देने, सरकारी कार्य में बाधा डालने और सात सीएल एक्ट की धारा में मुकदमा दर्ज किया गया है। एसीपी के मुताबिक हंगामा करते पकड़े गए 61 प्रदर्शनकारियों का शांति भंग करने के आरोप में चालान भी किया गया है। गुरुवार को हुए हंगामे को देखते हुए शुक्रवार को भी बेसिक शिक्षा निदेशालय में बड़ी तादाद में फोर्स तैनात रही।
बेसिक शिक्षा निदेशालय में गुरुवार को कब्जा करने वाले 61 अभ्यर्थियों को जेल भेज दिया गया। 22 हजार पदों पर भर्ती की मांग को लेकर ये अभ्यर्थी कई महीने से धरना दे रहे थे। गुरुवार को इन अभ्यर्थियों ने बेसिक शिक्षा निदेशालय घेर लिया था। वहां काम कर रहे कर्मचारियों को ऑफिस से निकलने नहीं दिया गया। अधिकारी-कर्मचारी छह से सात घंटे बंधक बने रहे थे।
पुलिस ने देर रात हंगामा कर रहे करीब 61 अभ्यर्थियों को गिरफ्तार कर लिया था, तब जाकर अफसर-कर्मचारी निकल सके थे। इन अभ्यर्थियों के खिलाफ गंभीर धाराओं पर मुकदमा दर्ज किया गया है। एसीपी महानगर अली अब्बास के मुताबिक प्रशासनिक अधिकारी संजय शुक्ल ने तहरीर दी थी।
तहरीर के आधार पर प्रदर्शनकारियों के खिलाफ बलवा, मारपीट, गाली गलौज, धमकी देने, सरकारी कार्य में बाधा डालने और सात सीएल एक्ट की धारा में मुकदमा दर्ज किया गया है। एसीपी के मुताबिक हंगामा करते पकड़े गए 61 प्रदर्शनकारियों का शांति भंग करने के आरोप में चालान भी किया गया है। गुरुवार को हुए हंगामे को देखते हुए शुक्रवार को भी बेसिक शिक्षा निदेशालय में बड़ी तादाद में फोर्स तैनात रही।