प्रयागराज: एसएससी स्टेनोग्राफर की ग्रेड सी व डी की प्रारंभिक और मुख्य दोनों परीक्षाओं में बड़े स्तर पर धांधली की गई है। अब तक प्रयागराज में 28 तो लखनऊ में 13 आरोपी जेल भेजे जा चुके हैं। प्रयागराज पुलिस इस रैकेट का भंडाफोड़ करने में जुटी है, लेकिन 28 आरोपियों से पूछताछ के बाद भी यह खुलासा नहीं कर सकी कि किस गैंग की मदद से यह फर्जीवाड़ा किया गया। अब तक की जांच में खुलासा हुआ कि बिहार के सॉल्वर की मदद से परीक्षा दिलाई गई थी।
पूरामुफ्ती स्थित अभय मेमोरियल ट्रस्ट ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशन में एसएससी की स्टेनोग्राफर ग्रेड डी व सी की परीक्षा की दोनों पालियों में बीते शुक्रवार को 23 आरोपी पकड़े गए थे। उसी दिन फाफामऊ में दूसरे की जगह परीक्षा देने के आरोप में पांच युवक गिरफ्तार किये गए। सीओ सिविल लाइंस ने पूछताछ के बाद खुलासा किया कि एसएससी की परीक्षा में दो तरह से सेटिंग की गई थी। पहली परीक्षा में कुछ ऐसे अभ्यर्थी थे जिनका रिटेन मजबूत नहीं था। उन्हें पास कराने के लिए सॉल्वर की जरूरत थी। दूसरा कुछ ऐसे अभ्यर्थी थे जिनका रिटेन तो ठीक था लेकिन वे दूसरी परीक्षा के लिए तैयार नहीं थे। एसएससी की प्रारंभिक और मुख्य दोनों परीक्षाओं में सॉल्वर को बैठाया गया था। पूरामुफ्ती पुलिस ने पहली पाली में छह युवकों को पकड़ा था। इसके बाद चेकिंग कराई गई। सभी का फोटो से मिलान कराने के बाद कुल 23 युवक गिरफ्तार हुए थे। इनमें कुछ सॉल्वर और कुछ असली अभ्यर्थी हैं। असली अभ्यर्थियों की जगह एसएससी की प्रारंभिक परीक्षा सॉल्वर ने दी थी। उसकी फोटो सुरक्षित थी। इसलिए असली अभ्यर्थियों पर भी कार्रवाई की गई है।