केकराही । शिक्षक/शिक्षिकाओं एवं प्रधानाचार्य को बिना किसी पूर्व सूचना व बिना कारण बताए विद्यालय संचालकों द्वारा निष्कासित किए जाने का मामला तूल पकड़ने लगा है। इस पर माध्यमिक शिक्षक महासभा ने कड़ा विरोध जताते हुए डीआईओएस से तत्काल कार्रवाई की मांग की है।
डेढ़ वर्ष से कोरोना काल में कुछ विद्यालयों के शिक्षकों को वेतन/मानदेय नहीं दिया गया. शिक्षकों ने कहा गया कि जब शुल्क मिलेगा तो व्यवस्था की जाएगी शिक्षकों से कार्य लिया जाता रहा लेकिन जब कोरोना काम की बात शासन द्वारा विद्यालय खोला गया तो जिले के 3 विद्यालयों के प्रबंधकों ने कुछ शिक्षकों व एक प्रधानाचार्य को स्कूल से निष्कासित कर दिया गया। शिक्षकों की इस पीड़ा को सुनने के बाद माध्यमिक शिक्षक महासभा के प्रदेश उपाध्यक्ष उमाकांत मिश्र, प्रबंधक महासभा के जिला अध्यक्ष सुनील चौबे, शिक्षक महासभा के जिला अध्यक्ष रमाकांत शुक्ला, महिला शिक्षक महासभा के जिला अध्यक्ष डॉ मंजू सिंह गंभीरता से लेते हुए शुक्रवार को शाम विरोध जताने के लिए डीआईओएस कार्यालय पहुंचे।