उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड ने सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों में प्रधानाध्यापक एवं प्रधानाचार्य भर्ती के लिए साक्षात्कार से सेवानिवृत्त शिक्षकों को बाहर करने का निर्णय लिया है। चयन प्रक्रिया में सालों लगने के कारण बड़ी संख्या में शिक्षक इंटरव्यू शुरू होने से पहले सेवानिवृत्त हो जाते थे, लेकिन चयन बोर्ड ऐसे शिक्षकों को भी साक्षात्कार के लिए बुलावा पत्र भेजता था। इससे चयन प्रक्रिया बाधित होती थी। किसी स्कूल के लिए जारी तीन अभ्यर्थियों के पैनल में सेवानिवृत्त शिक्षकों का नाम होने के कारण कार्यरत शिक्षकों को कठिनाई होती थी। यही कारण है कि प्रधानाचार्य भर्ती के लिए आवेदन करने वाले कार्यरत शिक्षक लंबे समय से रिटायर अभ्यर्थियों को प्रक्रिया से बाहर करने की मांग कर रहे थे।
चयन बोर्ड ने आवेदन पत्र में दी गई जन्मतिथि के आधार पर 62 वर्ष पूरा कर चुके अभ्यर्थियों को साक्षात्कार के लिए बुलावा पत्र नहीं भेजने का निर्णय लिया है। जो कि अगले महीने शुरू होने जा रहे 2013 के साक्षात्कार से लागू होगा।
2013 की प्रधानाचार्य भर्ती दिसंबर तक पूरी करेंगे
प्रधानाचार्य भर्ती 2013 को चयन बोर्ड ने दिसंबर तक पूरी करने की तैयारी की है। सूत्रों के अनुसार 31 अक्तूबर तक टीजीटी-पीजीटी का परिणाम घोषित करेंगे। इसके बाद 2013 में शुरू हुई प्रधानाचार्यों के 599 पदों के लिए साक्षात्कार प्रक्रिया शुरू करेंगे। विज्ञापन जारी होने के तकरीबन आठ साल बाद चयन बोर्ड अब तक साक्षात्कार नहीं करवा सका है।