मंझनपुर: परिषदीय स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों के अभिभावकों के बैंक खाते में डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर के तहत यूनिफॉर्म स्वेटर और जूते मोजे की राशि भेजिए जाने का शासनादेश पिछले महीने जारी हुआ था। लेकिन 1 महीने से अधिक का समय बीत जाने के बाद भी अब तक महज कुछ ही बच्चों के अभिभावकों का सत्यापन हो सका है। ऐसे में बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं बगैर यूनिफॉर्म की स्कूल पहुंच रहे हैं।
जिले के परिषदीय स्कूलों में वर्तमान शिक्षा सत्र में 100000 से अधिक बच्चे पंजीकृत हैं। इन बच्चों को जुलाई-अगस्त तक दो सेट में मिलने वाली यूनिफार्म अब तक नहीं मिल पाई है। इसी तरह अक्टूबर में वितरण होने वाले स्वेटर जूते मुझे बैग भी नहीं मिले हैं। 20 सितंबर पुजारी हुए शासनादेश में इस बार बच्चों के अभिभावकों के खाते में यूनिफार्म स्वेटर और जूते मोजे की धनराशि दे भेजने का फैसला लिया गया है। इसलिए बेसिक शिक्षा विभाग के अभिभावकों की प्रमाणित आधार नंबर से संबंधित डाटा पब्लिक फाइनेंस मैनेजमेंट सिस्टम ( पी एफ एम एस ) पोर्टल पर अपलोड करने का काम शुरू कर दिया है। शेष का काम कराया जा रहा है। विभाग का दावा है कि जल्द ही धनराज भेजने का काम शुरू होगा