प्राविधिक शिक्षा मंत्री जितिन प्रसाद ने कहा है कि प्रदेश के इंजीनियरिंग, मैनेजमेंट व फार्मेसी संस्थानों में चल रही प्रवेश काउंसलिंग अचानक रोके जाने का मामला गंभीर है। यह मामला मेरे संज्ञान में है और अधिकारियों से वार्ता चल रही है। हम जल्द इसका समाधान निकालेंगे। डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय (एकेटीयू) में ‘प्राविधिक शिक्षा के उन्नयन’ कार्यक्रम में शामिल होने के बाद अनौपचारिक वार्ता में उन्होंने यह जानकारी दी।
उन्होंने कहा कि इस साल पहली बार एनटीए के माध्यम से केंद्रीयकृत प्रवेश प्रक्रिया अपनाई गई है। जिसमें इस तरह की गड़बड़ी सामने आई है। हमारे विश्वविद्यालय के अधिकारी दिल्ली में एनटीए अधिकारियों के साथ वार्ता कर रहे हैं, जल्द ही इसका हल निकलेगा। विद्यार्थी इसके लिए परेशान न हो।
बीटेक कोर्स में लगातार कम हो रहे प्रवेश पर उन्होंने कहा कि यही वजह है कि हमारा पूरा फोकस रोजगारपरक शिक्षा पर है। हम संस्थानों में फेकेल्टी के पद भर रहे हैं और बेहतर इंफ्रास्ट्रक्चर भी देने का प्रयास कर रहे हैं। कॉलेजों को सेंटर ऑफ एक्सीलेंस बनाएंगे। ताकि युवा रोजगारपरक शिक्षा प्राप्त करें और फिर सीटें न खाली रहेंगी। पॉलिटेक्निक संस्थानों में कम प्रवेश पर उन्होंने कहा कि इसकी भी समीक्षा की जाएगी कि कमी कहां है?
वहीं दूसरी तरफ तीन दिन बाद भी यूपीसीईटी की काउंसलिंग को लेकर कोई निर्णय नहीं हो सका। आज भी विश्वविद्यालय के अधिकारी दिल्ली में ही डेरा डाले रहे और रैंक को लेकर जांच जारी रही। अभी इसमें एक-दो दिन का और समय लगने की उम्मीद है। बता दें कि 09 अक्तूबर की शाम रैंक में गड़बड़ी सामने आने के बाद काउंसलिंग व फिजिकल रिपोर्टिंग को तत्काल प्रभाव से स्थगित कर दिया गया था।