देवरिया।
मदनी दारुल उलूम मेहाहरहंगपुर मदरसा में परिचारक की नियुक्ति में फर्जीवाड़ा़ किया गया था। इसके बाद वेतन और एरियर के रुप में 11 लाख रुपये का भुगतान परिचारक को कर दिया गया। इस मामले में यूपी मदरसा शिक्षा परिषद के रजिस्टार ने जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी से रुपये की वसूली मदरसा के प्रबंधक, प्रधानाचार्य, बिल लिपिक और परिचारक से करने का निर्देश दिया है। इसके साथ ही परिचारक की अवैध नियुक्ति करने वाले प्रबंधक और सदस्यों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कराने के लिए पत्राचार किया है।
बघौचघाट थाना क्षेत्र के के मदनी दारुल उलूम मेहाहरहंगपुर के प्रबंधक हसनैन खां ने कुछ वर्ष मदरसे में नियुक्ति किया था। जिसमें गांव के ही दिलबहार पुत्र मो. मुस्ताक की नियुक्ति परिचारक के पर पर 9 मार्च 2015 को कर दिया गया। इस बीच दिलबहार 7 मार्च 2014 से 13 अगस्त 2016 के बीच विदेश में था। इसका प्रमाण विदेश मंत्रालय ने दिया था। मदरसे में फर्जीवाड़ा कर परिचारक की नियुक्ति की शिकायत उत्तर प्रदेश मदरसा शिक्षा परिषद के रजिस्टार से किया गया। रजिस्टार के आदेश पर पिछले वर्ष जिला अल्पसंख्यक अधिकारी ने इसकी जांच किया था। इसके साथ डीएम द्वारा नियुक्त एडीएम के नेतृत्व वाली टीम ने भी जांच किया था। इस मामले में गांव के तहरीर ने न्यायालय में फर्जीवाड़ा के विरुद्ध 156(3) के तहत वाद दाखिल किया।
न्यायालस के आदेश पर बघौचघाट पुलिस ने आरोपी परिचारक समेत अन्य लोगों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज किया। पुलिस ने आरोपी दिलबहार को गिरफ्तार कर चालान कर दिया। वर्तमान में वह जिला कारागार में बंद है। वहीं मदरसा मदनी दारुल उलूम मेहाहरहंगपुर में नियुक्ति केे बाद परिचार के वेतन और एरियर के भुगतान में 11 लाख रुपये का गबन किया गया है। इसे उत्तर प्रदेश मदरसा शिक्षा परिषद के रजिस्टार आरपी सिंह ने गंभीरता से लेते हुए जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी को 6 अक्तूबर 2021 को भेजे पत्र में वेतन और एरियर के भुगतान की राशि को मदरसे के प्रबंधक, प्रधानाचार्य, बिल लिपिक और परिचारक से कराने का निर्देश दिया है। समस्त धनराशि की वसूली भू राजस्व की भांति किया जाए। इसके साथ परिचारक की नियुक्ति करने वाले प्रबंधक और चयन समिति के विरुद्ध थाने में मुकदमा दर्ज कराया जाए। इसके बाद से मदरसर के प्रबंधक और प्रधानाचार्य समेत विभाग के अधिकारियों में हड़कंप मच गया है।
मदरसा में फर्जीवाड़ा कर परिचारक की नियुक्ति के मामले में आलाधिकारी के निर्देश का पालन कराया जाएगा। परिचारक के भुगतान की समस्त धनराशि की वसूली कराई जाएंगी। इसके साथ ही नियुक्ति चयन समिति के विरुद्ध भी मुकदमा दर्ज कराया जाएगा।
नीरज कुमार अग्रवाल , जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी देवरिया