सुल्तानपुर: बेसिक शिक्षा महकमे में छिड़ी सियासी जंग थमने का नाम नहीं ले रही है तो वहीं दूसरी तरफ बेसिक शिक्षा महकमे से जुड़े उच्च अधिकारियों द्वारा खंड शिक्षा अधिकारी जगदीश यादव को स्पष्टीकरण नोटिस जारी करने की बात कही गई है तो सहायक अध्यापक अरविंद कुमार मोर के पक्ष को जानने के लिए दूरभाष को बंद बताया जाना बताया गया जिसको सहायक अध्यापक ने सिरे से खारिज करते हुए कहा कि विभाग के बीएससी को बचाने के लिए ऐसे वक्तव्य दे रहा है।
मेरी शिकायती पत्र व लीगल नोटिस पर अभी तक किसी भी प्रकार की ना तो कमेटी विभाग द्वारा गठित की गई है ना ही स्थली निरीक्षण किया गया है क्योंकि एबीएसए महोदय सपा सरकार के कई मंत्रियों के खास रहे हैं। और बीएसए साहब सजाती प्रकरण होने के चलते मामले का पटाक्षेप कराने में लगे हुई है। जब तक एबीएसए दोस्तपुर जगदीश यादव अपने पद पर बरकरार रहेंगे तब तक निष्पक्ष जांच को प्रभाव में लेते हुए जांच को प्रभावित करते रहेंगे जिससे चलते निष्पक्ष जांच हो पाना नामुमकिन है। सहायक अध्यापक के अधिवक्ता एसएम दीक्षित ने खंड शिक्षा अधिकारी द्वारा मीडिया कर्मियों को जरिए सोशल मीडिया पर दिए गए बयान पर आपत्ति जताते हुए एक लीगल नोटिस पुनः भेजते हुए शासनिक एवं प्रशासनिक अधिकारियों को पक्षकार बनाते हुए सूचनार्थ एवं आवश्यक कार्यवाही हेतु प्रेषित किया है। जिसमें सचिव प्रशासनिक सुधार और लोक शिकायत विभाग भारत सरकार समेत राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग नई दिल्ली को पत्र भेजकर न्याय की गुहार लगाई है।
निष्पक्ष रुप से कराई जाएगी जांच, बक्से नहीं जाएंगे दोषी: सीडीओ
जब इस प्रकरण पर सीडीओ अतुल वत्स का पक्ष जानने की कोशिश की गई तो उन्होंने बताया कि मामले पर निष्पक्ष जांच कराई जाएगी और दोषियों के विरुद्ध वैधानिक कार्रवाई अमल में लाई जाएगी यह अगर मानव संपदा पोर्टल पर अवकाश स्वीकृत होने के बावजूद भी सहायक अध्यापक को अनुपस्थित किया गया है तो मामला बेहद गंभीर है।