बागपत जनपद के बड़ौत में कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय में आधा दर्जन से अधिक पेड़ों का अवैध कटान कर दिया। मामला उजागर हुआ तो विभागीय अफसर दबाने में जुटे हैं। वहीं, शिकायत के बावजूद वन विभाग के अफसर कुंभकर्णी नींद सो रहे हैं।
विद्यालय में छात्राओं के लिए करीब 1.72 करोड़ की लागत से छात्रावास बनाया जाना है। इसे सिडो (उत्तर प्रदेश कंस्ट्रक्शन एंड इंफ्रास्टक्चर डवलपमेंट कारपोरेशन) द्वारा बनाया जाएगा। कुछ दिन पूर्व शासन से अनुमति मिलने के बाद लखनऊ से विभागीय कर्मचारी हॉस्टल की पैमाइश करने आए थे। आरोप है कि इस दौरान उन्होंने विद्यालय स्टाफ व अन्य से मिलीभगत कर विद्यालय परिसर में खड़े आधा दर्जन से अधिक पेड़ों का अवैध कटान कर डाला। मामला उजागर हुआ तो विभागीय कर्मचारी व विद्यालय स्टाफ मामले को दबाने में जुटे हैं। वहीं, अब ऊपर से हाईटेंशन लाइन आने का बहाना बना रहे हैं। हैरानी की बात यह है कि विद्यालय परिसर में ही दूसरी जगह हॉस्टल बनाए जाने की योजना बनाई जा रही है। वहां काफी संख्या में पेड़ खड़े हैं। उनके कटान की तैयारी की जा रही है। वहीं, शिकायत के बावजूद वन विभाग के अधिकारी कुंभकर्णी नींद सो रहे हैं।
पेड़ नहीं झाड़ियां काटीं
इस संबंध में लखनऊ से हॉस्टल की पैमाइश करने आए अवर अभियंता दीपक गुप्ता का कहना है कि जिस जगह हॉस्टल बनाने योजना है। उसके ऊपर हाईटेंशन लाइन आ गई थी। पेड़ नहीं झाडियां काटी गई हैं।
अवैध कटान नहीं हुआ
जिला समन्वयक संगीता शर्मा ने बताया कि अवैध कटान नहीं हुआ है। जिस जगह हॉस्टल बनाया जाएगा, वहां पर खड़े पेड़ों के मूल्यांकन के लिए वन विभाग से अनुमति मांगी गई है। मूल्यांकन के बाद पेड़ों का कटान कर नीलामी की प्रक्रिेया की जाएगी।
जांच कर कार्रवाई करेंगे
वन क्षेत्राधिकारी राजपाल का कहना है कि मेरे संज्ञान में मामला नहीं है। यदि अवैध कटान हुआ है तो जांच कर कार्रवाई की जाएगी।