सुल्तानपुर। आखिरकार दीपावली त्योहार के 22 दिन बाद शुक्रवार को बेसिक शिक्षा विभाग के शिक्षकों-कर्मचारियों के खाते में दिवाली का बोनस पहुंच गया। मुख्यमंत्री के आदेश के बाद भी दीपावली पर जिले के परिषदीय विद्यालयों में कार्यरत 8131 शिक्षकों-कर्मचारियों को बोनस नहीं वितरित हो सका था। इसमें खंड शिक्षाधिकारियों ने समय से न शिक्षकों की सूची भेजी थी और न ही बिल भेजा था। शिक्षकों-कर्मचारियों को चार करोड़ 64 लाख 90 हजार 840 रुपये बोनस के रूप में वितरित किए गए।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दीपावली पर्व के पूर्व सभी परिषदीय शिक्षकों व कर्मचारियों को बोनस देने का निर्देश दिया था। यह बोनस जिले के 8131 शिक्षकों व कर्मचारियों में वितरित होना था। आदेश के बाद भी खंड शिक्षाधिकारियों ने न बिल उपलब्ध कराया और न ही शिक्षकों की संख्या ही भेजी। इस कारण शिक्षकों व कर्मचारियों को बोनस के रूप में चार करोड़ 64 लाख 90 हजार 840 रुपये का वितरण नहीं हो सका। दिवाली बीतने के 22 दिन बाद शुक्रवार को शिक्षकों-कर्मचारियों का बोनस उनके खाते में भेजा गया। वित्त एवं लेखाधिकारी अमित मोहन मिश्र ने बताया कि खंड शिक्षाधिकारियों की ओर से डिटेल और बिल देरी से भेजने की वजह से बोनस भुगतान में विलंब हुआ है।
एनपीएस वालों के खाते में पूरा आया बोनसशिक्षकों व कर्मचारियों को दीपावली का 6908 रुपये बोनस दिया गया है। जिले के परिषदीय विद्यालयों में कार्यरत 4100 शिक्षक-कर्मचारी एनपीएस (न्यू पेंशन स्कीम) योजना से जुड़े हैं। इनके खाते में 6908 रुपये सीधे भेजे गए। जीपीएफ धारी शिक्षकों-कर्मचारियों के व्यक्तिगत खातों में 1727 रुपये तथा जीपीएफ खातों में 5181 रुपये भेजे गए।