गोरखपुर : परिषदीय विद्यालय के बच्चों को ड्रेस, स्वेटर व जूते-मोजे के लिए प्रथम चरण में डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (डीबीटी) के जरिए जिले के 1.20 लाख अभिभावकों के बैंक खातों में 1100-1100 रुपये भेजी गई थी। इनमें से 2597 अभिभावकों के खाते में पैसे जाने के बाद पुन: वापस आ गए। इसकी वजह खातों का निष्क्रिय होना, आधार लिंक न होना तथा कई माह से खाता संचालित न होना बताया जा रहा है। अब विभाग दोबारा खातों के सत्यापन कराएगा। यही नहीं विभाग अभिभावकों से संपर्क स्थापित कर उन्हें खाते सक्रिय कराने के लिए जागरूक करेगा, ताकि पुन: धनराशि खाते में प्रेषित की जा सके।
पहले चरण में जिले के 1.20 लाख अभिभावकों के खाते में भेजी गई थी धनराशि
योजना के तहत जनपद में कक्षा एक से आठ तक के कुल 3.34 लाख बच्चों के अभिभावकों के खाते में स्कूल बैग, यूनीफार्म व जूता-मोजा के लिए 1100 रुपये प्रति छात्र धनराशि स्थानांतरित की जानी है। जिनमें से 1.20 लाख बच्चों के अभिभावकों के खाते में धनराशि स्थानांतरित हो चुकी है। जबकि 80 हजार के ब्योरे का सत्यापन का कार्य पूर्ण हो चुका है। शेष का कार्य प्रगति पर है।
अभिभावकों से संपर्क कर रहे हैं अधिकारी
बीएसए रमेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि जिन अभिभावकों के खाते निष्क्रिय होने की वजह से धनराशि वापस हुई है उनसे संपर्क कर खाता सक्रिय कराने का प्रयास किया जाएगा। जिनके आधार का सही ब्योरा अभी तक उपलब्ध नहीं हो सका है उसके लिए भी निर्देशित कर दिया गया है। सत्यापन पूरा होते ही विभाग शेष बच्चों के खाते में भी धनराशि एक साथ भेज देगा।
1100 रुपये में यह सामान होंगे क्रय
दो जोड़ा यूनिफार्म-600 रुपये
एक जोड़ा जूता व मोजा-125 रुपये
स्वेटर-200 रुपये
स्कूल बैग-175 रुपये
परिषदीय व कस्तूरबा विद्यालयों में लगेगा रीडिंग मेला
बच्चाें में किताबें पढ़ने की रुचि पैदा करने के उद्देश्य से जिले के सभी परिषदीय व कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालयों में रीडिंग मेले का आयोजन किया जाएगा। इसके लिए ब्लाकवार अधिकारी नामित किए गए हैं, जो न सिर्फ दो परिषदीय व संबंधित कस्तूरबा विद्यालयों का औचक निरीक्षण बल्कि छात्राओं के उत्साहवर्धन एवं गुणवत्ता परीक्षण के उद्देश्य से नामित कस्तूरबा विद्यालयाें में उनके साथ दोपहर का भोजन करेंगे। मेला सुबह नौ बजे से शुरू होगा।
जिलाधिकारी विजय किरन आनंद ने इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए बीएसए सहित संबंधित अधिकारियों को निर्देश दे दिए हैं। मेले के दिन डीएम स्वयं नार्मल परिसर स्थित कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय खोराबार में मौजूद रहेंगे। जबकि शेष अन्य प्रशासनिक अधिकारी अपने-अपने नामित विद्यालयों में रहकर मेले के दौरान आयोजित होने वाली विभिन्न गतिविधियों समेत स्कूलों के निरीक्षण की जिम्मेदारी का निवर्हन करेंगे।