प्रतापगढ़ : जिले के ढाई सौ से अधिक परिषदीय स्कूलों में मिट्टी के चूल्हे पर लकड़ी से मिड-डे-मील बनाया जा रहा है। ऐसा नहीं है कि इन्हें सिलेंडर व गैस चूल्हा न दिया गया हो। इन स्कूलों के सिलेंडर चोरी हो गए। इसके बाद विभाग ने इन्हें सिलेंडर नहीं दिए। इन स्कूलों में सिलेंडर की व्यवस्था ग्राम प्रधानों को कराने के निर्देश दिए गए हैं।
जिले में कुल 2598 परिषदीय प्राइमरी व पूर्व माध्यमिक विद्यालय हैं। इनमें से 268 परिषदीय स्कूलों में सिलेंडर नहीं है। इनके सिलेंडर व चूल्हे चोरी हो गए हैं। इसके बाद से इन स्कूलों में मिट्टी के चूल्हे पर लकड़ी से मिड-डे-मील बनाया जा रहा है। जागरण ने शुक्रवार को इसकी पड़ताल की।
जगेशरगंज प्रतिनिधि के अनुसार संड़वा चंद्रिका विकासखंड के प्राथमिक विद्यालय लोहंगपट्टी में करीब 10 वर्ष पहले सिलेंडर विद्यालय से चोरी हो गया था। उस समय रहे प्रधानाध्यापक ने एफआइआर दर्ज कराई थी। उसके बाद से आज तक दूसरा नया सिलेंडर विद्यालय में नहीं आया। तब से ही चूल्हे पर ही नौनिहालों के लिए खाना रसोईया द्वारा बनाया जा रहा है। जागरण टीम से यहां की रसोइया कुसुम देवी, शांति देवी ने बताया कि जब से वह इस विद्यालय में हैं, तब से लकड़ी पर ही बच्चों के लिए खाना बनाती चली आ रही हैं। बगल में स्थित उच्च प्राथमिक विद्यालय में अध्यापक न होने के कारण वहां के भी बच्चे इसी प्राथमिक विद्यालय में पढ़ते हैं और यहीं मध्याह्न भोजन भी ग्रहण्एा करते हैं। उच्च प्राथमिक विद्यालय की रसोइया रेखा देवी करीब आठ वर्षों से तैनात हैं। वह प्राथमिक विद्यालय के रसोइयों के साथ खाना लकड़ी पर बना रही हैं। विद्यालय के प्रधानाध्यापक अतुल अतुल कुमार सिंह ने बताया कि उन्हें इस विद्यालय में करीब पांच वर्ष हो गए हैं। जब वह यहां आए तो सिलेंडर नहीं था। सिलेंडर के बारे में पूछा तो बताया गया कि सिलेंडर चोरी हो गया है, जिसकी एफआइआर कापी उन्हें दी गई। ग्राम प्रधान राम लाल यादव ने बताया कि विद्यालय का सिलेंडर करीबन 10 वर्ष पहले चोरी हो गया था। अब वह विद्यालय में बहुत जल्द गैस सिलेंडर की व्यवस्था कर लेंगे। एमडीएम समन्वयक मो. इजहार ने बताया कि जिले के 268 स्कूलों में सिलेंडर नहीं है। इसकी व्यवस्था ग्राम प्रधानों द्वारा की जानी है।
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जिले के जिन स्कूलों में सिलेंडर नहीं है, वहां ग्राम प्रचायत निधि से सिलेंडर खरीदे जाएंगे। इसके बारे में डीपीआरओ से वार्ता कर ग्राम प्रधानों को पत्र लिखा जाएगा।
-सुधीर कुमार सिंह, बीएसए