प्रयागराज : परिषदीय विद्यालयों में प्राथमिक शिक्षक भर्ती की मांग कर रहे डिप्लोमा इन एलीमेंट्री एजूकेशन (डीएलएड) प्रशिक्षितों ने अब समय सीमा तय की है। सरकार से मांग की है कि 28 नवंबर को होने वाली शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) के पहले शिक्षक भर्ती घोषित की जाए, अन्यथा टीईटी व केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा (एसटीईटी) प्राप्त अभ्यर्थी सामूहिक रूप से लखनऊ में आंदोलन करेंगे।
रिक्त पदों पर कोर्ट में हलफनामा दे चुकी है सरकार
डीएलएड प्रशिक्षण प्राप्त अभ्यर्थी विनोद पटेल और अभिषेक तिवारी का कहना है कि 69 हजार भर्ती के बाद प्राथमिक शिक्षकों की कोई भर्ती नहीं आई। वर्तमान में टीईटी व सीटीईटी पास अभ्यर्थियों की संख्या करीब सात लाख है। प्रदेश के प्राथमिक विद्यालय में शिक्षकों के पद भी रिक्त हैं। इसकी स्वीकारोक्ति सरकार सुप्रीम कोर्ट में दिए हलफनामे में कर भी चुकी है। इसके अलावा प्रदेश के प्राथमिक विद्यालयों में छात्र व शिक्षक अनुपात में शिक्षकों के रिक्त पदों का आकलन करने के लिए गठित की गई त्रिस्तरीय समिति की रिपोर्ट सार्वजनिक की जाए, ताकि रिक्त पदों की जानकारी स्पष्ट हो सके। इसके साथ सभी पदों को जोड़कर भर्ती विज्ञापन जारी किया जाए, ताकि बेरोजगारों को लाभ मिल सके।
सरकार से ठोस आश्वासन चाहते हैं अभ्यर्थी
उल्लेखनीय है कि इसी मांग को लेकर पिछले दिनों उत्तर प्रदेश परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय पर प्रशिक्षित अभ्यर्थियों ने प्रदर्शन भी किया था। प्रतियोगी सरकार से भर्ती को लेकर ठोस आश्वासन चाहते हैैं। इसके लिए वह अब लखनऊ में आंदोलन की तैयारी कर रहे हैैं। अभ्यर्थियों ने कहा है कि उनका यह आंदोलन भर्ती विज्ञापन जारी होने तक चलेगा।