लखनऊ: कर्मचारी शिक्षक संयुक्त मोर्चा के अध्यक्ष बीपी मिश्रा और महामंत्री शशी कुमार मिश्रा ने आवाहन किया है कि कर्मचारी अपना अस्तित्व बचाने के लिए 9 दिसंबर को होने वाले काम बंदी को सफल बनाएं। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार पर दबाव बनाकर ही मांगों पर निर्णय कराया जा सकता है।
बीपी मिश्रा ने शनिवार को कहा कि विधानसभा चुनाव के के लिए आचार संहिता लागू होने से कर्मचारियों की मांगों पर निर्णय नहीं हो पाएगा। सरकार की मंशा इन मांगों पर निर्णय करने की नहीं लगती है। शशि कुमार ने कहा कि जिलों में जन जागरण अभियान चल रहा है।
इसके बाद 27 नवंबर को सभी जिलों में मशाल जुलूस निकालकर जिलाधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री व मुख्य सचिव को ज्ञापन भेजा जाएगा और 9 दिसंबर से काम बंदी की जाएगी। बंदी का नोटिस भेजकर मुख्यमंत्री मुख्य सचिव, अपर मुख्य सचिव नियुक्ति एवं कार्मिक से आग्रह किया गया है कि जिन कर्मचारियों की मांगों पर निर्णय लिया जाए, जिन्होंने कोविड-19 महामारी से जनता को बचाने के लिए जान पर खेलकर सेवाएं दी है दोनों नेताओं ने कहा कि सरकार दिखावे के लिए कमेटियां गठित करके मांगों को लटका रही है।