प्रयागराज: प्रदेश के 4500 से अधिक सहायता प्राप्त माध्यमिक स्कूलों में प्रधानाध्यापकों और प्रधानाचार्यों की भर्ती अब लिखित परीक्षा से कराने की तैयारी है। फिलहाल साक्षात्कार के जरिए प्राधानाचार्य चयन की व्यवस्था है। शासन के आदेश पर शिक्षा निदेशालय के अधिकारियों ने प्रस्ताव तैयार कर लिया है जिसे जल्द भेजा जाएगा। खास यह कि सहायक अध्यापक भी इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य पद के लिए आवेदन कर सकेंगे।
इससे पहले सहायक अध्यापकों से हाईस्कूलों में प्रधानाध्यापक और प्रवक्ता से इंटर कॉलेज में प्रधानाचार्य पद के लिए आवेदन लिए जाते थे। अब इस बाध्यता को समाप्त करने का प्रस्ताव भेजा जा रहा है। प्रधानाध्यापक और प्रधानाचार्य के चयन के लिए 500 अंकों में से 300 अंकों ( 60 प्रतिशत अंक ) की लिखित परीक्षा कराई जाएगी। शेष 200 अंक अधिभार, अनुभव और साक्षात्कार से निर्धारित होंगे।
जिसमें सामान्य ज्ञान, शैक्षिक अभिरुचि, शैक्षिक प्रशासन, विद्यालय पर्यावरण एवं स्वास्थ्य आदि से संबंधित वस्तुनिष्ठ प्रश्न पूछे जाएंगे। प्रधानाचार्य का चयन मंडल स्तर की बजाय प्रदेशस्तर की मेरिट पर किया जाएगा। माध्यमिक शिक्षक संघ ठकुराई गुट ने 11 अक्तूबर को शासन के विशेष सचिव जय शंकर दुबे की अध्यक्षता में हुई बैठक में प्रधानाचार्य की भर्ती लिखित परीक्षा से कराने और इंटर कॉलेजों में प्रधानाचार्य के पदों के लिए सहायक अध्यापकों को भी आवेदन का अवसर देने की मांग की थी।
ठकुराई गुट के प्रदेश महामंत्री लालमणि द्विवेदी ने बताया कि संगठन की मांग के अनुरूप उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड नियमावली 1998 में संशोधन की कार्रवाई शुरू हो चुकी है।
परीक्षा से हो रही महाविद्यालयों में प्राचार्य भर्ती
प्रयागराज। प्रदेश के अशासकीय सहायता प्राप्त महाविद्यालयों में प्राचार्य भर्ती तक के लिए लिखित परीक्षा होने लगी है लेकिन सहायता प्राप्त माध्यमिक स्कूलों में अभी भी साक्षात्कार से चयन हो रहा है। उत्तर प्रदेश उच्चतर शिक्षा सेवा आयोग ने पिछले दिनों घोषित प्राचार्य भर्ती के लिए पहली बार लिखित परीक्षा कराई थी।