वाराणसी : लहरतारा स्थित एक स्कूल में शुक्रवार को कक्षा तीन की बच्ची संग दरिंदगी में आरोपी को भले ही जेल भेज दिया गया है, लेकिन अभिभावकों का गुस्सा शांत होने का नाम नहीं ले रहा है। शनिवार को विद्यालय के स्वर्ण जयंती समारोह की वजह से अवकाश रहा। जैसे ही सोमवार को विद्यालय खुला अभिभावकों का गुस्सा फूट पड़ा। सुबह 7 बजे से ही सैकड़ों अभिभावकों की भीड़ विद्यालय गेट पर उमड़ पड़ी। उनकी विद्यालय प्रबंधन से जमकर नोकझोंक हुई। अभिभावकों ने प्रबंधन के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग की।
रोज की तरह सोमवार को भी विद्यालय में बच्चे पढ़ाई करने पहुंचे थे। बच्चों के अंदर जाते ही अभिभावकों की भीड़ विद्यालय गेट के बाहर उमड़ पड़ी। अभिभावकों ने विद्यालय में बच्चों की सुरक्षा में लापरवाही बरतने, ध्यान न देने का आरोप लगाया। उधर, भीड़ बढ़ती देख विद्यालय का गेट को बंद कर दिया गया था। थोड़ी देर बाद बाहर आई एडमिनिस्ट्रेटर ने समझाने का प्रयास किया, लेकिन लोग नहीं माने। अभिभावकों को पहले अंदर नहीं जाने दिया गया। बाद में बच्चों के आईडी कार्ड देखकर उन्हें अंदर ले जाया गया। जहां उन्होंने जमकर भड़ास निकाली।
घंटों चली बहस, नतीजा कुछ नहीं
विद्यालय गेट के बाहर और अंदर घंटों चली बहस के बाद भी कोई नतीजा नहीं निकल सका। विद्यालय के चेयरमैन ने परिसर में बच्चों की सुरक्षा का भरोसा दिलाया, लेकिन अभिभावकों ने सात सूत्रीय एजेंडा सौंपा। नैतिकता के आधार पर प्रधानाचार्य का इस्तीफा मांगा। इसके अलावा घटना के बाद स्वर्ण जयंती समारोह मनाने के लिए खेद प्रकाशन, विद्यालय में तैनात सभी कर्मचारियों का सत्यापन, नियमित सीसीटीवी की निगरानी, गर्ल्स वॉशरूम में महिला कर्मचारी की तैनाती, वॉशरूम के खाली होने और भरे होने का बोर्ड लगाने की मांग की।