लखनऊ : राजकीय आश्रम पद्धति बालिका विद्यालय में छात्राओं को घटिया खाना परोसे जाने के मामले में समाज कल्याण विभाग ने सोमवार को प्रधानाचार्या वंदना त्रिवेदी व छात्रावास अधीक्षिका अल्पना श्रीवास्तव को ही हटा दिया जबकि प्रधानाचार्या घटिया खाने की शिकायत कई बार कर चुकी थीं। इससे छात्राएं भड़क गईं और सोमवार को फिर से रात आठ बजे बुद्धेश्वर चौराहा जाम कर दिया।
छात्राएं प्रिंसिपल व अधीक्षिका को हटाने का विरोध कर रही थीं। उन्होंने मुख्यमंत्री से वार्ता कराने और प्रिंसिपल को बहाल कर असली दोषियों पर कार्रवाई की मांग की। तीन दिन में दूसरी बार रात में छात्राओं के विरोध, प्रदर्शन की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची। अधिकारियों को सूचना दी गई और देर रात तक छात्राओं को मनाने की कोशिश हो रही थी। अंत में वंदना त्रिवेदी के वापसी के आश्वासन के बाद छात्राएं करीब पौने दो बजे धरने से हटीं। करीब छह घंटे तक प्रदर्शन चला।
छात्राओं ने पुलिस के बैरियर सड़क के बीचोबीच रख दिए। इससे मोहान रोड बंद हो गई। इसके बाद छात्राओं ने चौराहे को चारों ओर से घेर लिया। इसके चलते अवध चौराहे से दुबग्गा जाने वाले वाहन भी रेंगने लगे। छात्राएं नारे लगा रही थीं कि ‘…नया प्रिंसिपल नहीं चाहिए’, ‘…सीएम को बुलाया जाए’। रात करीब साढ़े दस बजे छात्राओं के समर्थन में पहुंचे भीम आर्मी के प्रवक्ता अखिलेश ने पुलिस से बात की और छात्राओं को पुल के नीचे चौराहे पर बैठाया। इससे राहगीरों की दिक्कत कम हुई।
उधर, एसडीएम सदर के अलावा समाज कल्याण विभाग के उप निदेशक व अन्य अधिकारी मामला शांत कराने में लगे रहे। छात्राओं को न मानते देख अधिकारियों ने नवनियुक्त के साथ ही निलंबित प्रधानाचार्या को बुलवाया। नव नियुक्त प्रधानाचार्या आयीं, लेकिन छात्राएं नहीं मानीं। निलंबित प्रधानाचार्या मौके पर नहीं आ सकीं, पर उन्होंने लाउडस्पीकर से कनेक्ट मोबाइल पर संबोधित किया। उन्होंने अपने निलंबन पर कोर्ट से स्टे लेकर दो दिन में वापसी का आश्वासन दिया तो छात्राएं विद्यालय लौट गईं।
शासन से अधिकारियों को मिली चेतावनी
समाज कल्याण निदेशक राकेश कुमार ने प्रधानाचार्या व अधीक्षिका को निलंबित करने के साथ ही अधिकारियों को चेतावनी भी दी है। उनके अनुसार मेसर्स कृष्णा इंटरप्राइजेज द्वारा बासी खराब चावल खाने में दिए जाने से 17 छात्राओं की तबियत बिगड़ी थी। इस मामले में उप निदेशक समाज कल्याण लखनऊ मंडल की ओर से उपलब्ध आख्या के अनुसार संबंधित फर्म के खिलाफ एफआईआर करायी गई है। साथ ही प्रधानाचार्या व अधीक्षिका के खिलाफ अनुशासनिक कार्यवाही की संस्तुति करते हुए उन्हें निलंबित किया गया है। इस कार्रवाई केअलावा निदेशक राकेश कुमार ने घटना पर उप निदेशक समाज कल्याण लखनऊ मंडल व जिला समाज कल्याण अधिकारी को कठोर चेतावनी दी है।