बेसिक शिक्षा मंत्री सतीश द्विवेदी ने शिक्षा विभाग के विभिन्न मुद्दों को लेकर दिया बड़ा बयान,देखेउत्तर प्रदेश के बेसिक शिक्षा मंत्री सतीश द्विवेदी ने कहा कि कोरोना काल में लोगों का जीवन बचाना हमारी सरकार की प्राथमिकता थी। कोरोनावायरस में बच्चों की पढ़ाई बहुत प्रभावित हुई है।स्कूलों में ऑन-लाइन क्लास शुरू करना हमारे लिए चुनौती थी. उन्होंने शिक्षकों की तारीफ करते हुए कहा कि ऑन-लाइन क्लास शुरू करने में शिक्षकों को बहुत बड़ा योगदान है। इसके साथ ही हम बहुत सारे स्कूलों में स्मार्ट क्लास दे रहे हैं। हमने अपने स्कूलों को आकर्षक बनाया है बेसिक शिक्षा मंत्री सतीश द्विवेदी बताया कि यूपी इकलौता राज्य जहां सबसे ज्यादा नामाकंन हुए हैं।
बेसिक शिक्षा मंत्री सतीश द्विवेदी ने कहा कि योगी सरकार बहुत संवदेनशील सरकार है. दुनिया के किसी देश से ज्यादा केवल यूपी में स्कूल हैं. उन्होंने कहा कि भाजपा कभी चुनावी साल के आधार पर काम नहीं करती है. पहले स्कूलों की स्थिति काफी खराब होती थी। स्कूलों में कहीं दरवाजा नहीं था तो कहीं फर्श नहीं था. आज स्कूलों में शानदान व्यवस्था नजर आती है. बच्चों को किताबें यूनिफॉर्म भी दी गई. दिल्ली में केवल 1000 से 1200 स्कूल हैं। उन्होंने कहा कि आज पूर्वांचल के पास अपना मुख्यमंत्री है. सीएम योगी ने पूर्वांचल की गली-गली को देखा है. आज पूर्वांचल में एम्स है, खाद कारखाने हैं मेडिकल कॉलेज हैं. आज हमारे गोरखपुर में एम्स है. चमकी बुखार की समस्या पहली बार सीएम योगी ने उठाई थी।
शिक्षा मंत्री सतीश द्विवेदी ने आगे कहा कि हर जिलें में नेशनल हाइवे बन चुके हैं। रामगढ़ ताल देखने को पूरा पूर्वांचल आता है. हम सबको साथ लेकर चल रहे हैं, विकास की राजनीति कर रहे हैं. यूपी में तीन लाख करोड़ रुपए से अधिक का निवेश हो चुका है. यूपी की कानून व्यवस्था ऐसी है, जहां महिलाएं सम्मान सुरक्षा के साथ निकल सकती हैं. पूर्व की सरकारों में थानों में महिलाओं के इज्जत पर हाथ डाला जाता था. आज बड़े-बड़े माफिया जेल में चक्की चला रहे हैं. यूपी में एक लाख 51 हजार से ज्यादा स्कूल हैं. केंद्र सरकार ने किसानों को 6 हजार रुपए सालाना दिए. यूपी की जनता जातिवाद क्षेत्रवाद से आगे बढ़ गई है।