उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा (यूपीटीईटी) कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच आयोजित की जाएगी। 28 नवंबर को होने वाली शिक्षक पात्रता परीक्षा कड़े इंतजामों के बीच होगी। उत्तर प्रदेश सरकार ने परीक्षा में नकल रोकने के लिए कई एतियातन फैसले लिए हैं। परीक्षा केंद्रों में लाइव सर्विलांस के जरिए नजर रखी जाएगी। सीसीटीवी कैमरों की बदौलत यह काम सुनिश्चित किया जाएगा। इसकी लगातार मॉनिटरिंग होगी। परीक्षा केंद्रों में इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों को लाने पर प्रतिबंध है। सोशल मीडिया पर परीक्षा को लेकर दूष्प्रचार करने वालों पर मुकदमा दर्ज किया जाएगा। सोशल मीडिया में किसी भी तरह की भ्रामक सूचना फैलाने वालों पर, नकल का प्रयास करने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। साथ ही परीक्षा केंद्रों के प्रवेश द्वार पर उम्मीदवारों की रिकॉर्डिंग भी की जाएगी। प्रश्नपत्र खोले जाने के समय वीडियो रिकार्डिंग करवाई जाएगी।
2,554 केंद्रों पर आयोजित होगी परीक्षा –
यूपीटीईटी परीक्षा कुल 2,554 केंद्रों पर आयोजित की जाएगी। नकल की रोकथाम के लिए प्रशासनिक तौर पर कड़े फैसले लिए गए हैं। इसमें करीब 21.5 लाख अभ्यार्थी शामिल होंगे। परीक्षा केंद्र की गतिविधियों पर राज्य स्तर पर बनाए कंट्रोल रूम से सीसीटीवी के जरिए नजर रखी जाएगी।
अभ्यर्थी इन बातों का रखें ध्यान –
- अपने प्रवेश पत्र साथ में लेकर जाएं।
- अपनी आवंटित सीट पर ही बैठें।
- परीक्षा केंद्रों पर समय से पहले पहुंचे। परीक्षा शुरू होने के बाद परीक्षा केंद्रों पर पहुंचे को परीक्षा में बैठने की अनुमति नहीं मिलेगी।
- टेस्ट बुकलेट व ओएमआर शीट पर समान टेस्ट बुकलेट कोड अंकित हो।
- ऑनलाइन आवेदन में अंकित पहचान पत्र की मूल प्रति के साथ प्रशिक्षण योग्यता का प्रमाणपत्र या किसी भी सेमिस्टर के अंकपत्र की मूल प्रति साथ में लेकर आएं।
परीक्षा केंद्रों के पास धारा 144 होगी लागू –
परीक्षा केंद्रों के 200 गज की घेराव में धारा 144 लागू की जाएगी। इस घेरे में परीक्षा से जुड़े लोगों को अलावा अन्य किसी भी शख्स के प्रवेश पर प्रतिबंध लगाया जाएगा।