उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा (यूपीटीईटी-2021) प्रदेश के सभी जनपदों के मुख्यालय के जीआईसी और एडेड विद्यालयों में 28 नवंबर को दोनों पालियों में होने जा रही है। इस बार परीक्षा के दौरान सभी परीक्षा केन्द्र पर वेबकैमरों से निगाह रखी जाएगी जिससे कि किसी भी प्रकार की कोई गड़बड़ी न होने पाए।
इस व्यवस्था के होने से शासन से लेकर परीक्षा नियामक प्राधिकारी उप्र प्रयागराज (पीएनपी) सहित सभी जिलों के कमिश्नर, डीएम, आईजी-डीआईजी सहित अन्य अधिकारी आराम से परीक्षा के दौरान प्रदेश के सभी केन्द्रों पर निगाह रख सकेंगे और परीक्षा सकुशल पारदर्शी तरीके से संपन्न होगी। दोनों पालियो की परीक्षा में करीब 22 लाख अभ्यर्थी शामिल होंगे। पीएनपी के सचिव संजय कुमार उपाध्याय का कहना है कि पूरी कोशिश है कि टीईटी के सभी परीक्षा केन्द्र जीआईसी, जीजीआईसी और एडेड विद्यालय बनेंगे । कोविड को देखते हुए अगर परीक्षार्थियों संख्या अधिक होती है तो ऐसे में बेहतर छवि और मार्डन तरीके से चलने वाले यूपी बोर्ड और सीबीएसई के इण्टर कालेजों को भी परीक्षा केन्द्र बनाया जायेगा। उन्होंने बताया कि परीक्षा के दौरान प्रदेश के सभी जिलों में बनाये जा रहे परीक्षा केन्द्रों को वेबकैमरे से निगाह रखने की तैयारियां चल रही हैं। सचिव ने बताया कि परीक्षा के दौरान केन्द्र प्रभारी, शिक्षक और अभ्यर्थी सहित कोई भी एंड्रायड मोबाइल परीक्षा केन्द्र पर नही ले जा सकेगा। सचिव ने बताया कि आठ नवंबर तक टीईटी के सभी जिलों में परीक्षा केन्द्र निर्धारित हो जायेगे।