फिरोजाबाद। उच्च प्राथमिक विद्यालय लालऊ के विद्यार्थी शुक्रवार को अभिभावकों के साथ बीएसए कार्यालय पहुंचे। उन्होंने प्राइमरी स्कूल बेंदी के प्रधानाध्यापक पर पीटने और कमरे में बंद करने का आरोप लगाया। बीएसए मामले की जांच के आदेश दिए हैं।
बच्चों ने बीएसए अंजली अग्रवाल को बताया कि वे बेंदी गांव के रहने वाले हैं। गांव में जूनियर स्कूल न होने के कारण पास के गांव लालऊ में पढ़ने जाते हैं। बृहस्पतिवार को हम कक्षा में पढ़ रहे थे तभी वेंदी प्राइमरी स्कूल के शिक्षक देवेंद्र लालऊ के जूनियर स्कूल में आए। उन्होंने जानकारी लेने के बाद वेंदी गांव के विद्यार्थियों की पिटाई करनी शुरू कर दी। एक बच्चे ने घर जाकर अभिभावकों को जानकारी दी। उनकी सूचना पर दो पुलिसकर्मी स्कूल में आए तो शिक्षक देवेंद्र ने बच्चों को एक कमरे में बंद कर दिया। काफी देर बाद उन्हें कमरे से निकलने दिया।
बच्चों का कहना है कि जब पुलिस आई थी तो शिक्षिका ने कहा था किसी से शिकायत मत करना। बीएसए से वार्ता के बाद बच्चे अपने अभिभावकों के साथ थाना दक्षिण, थाना उत्तर और एसपी कार्यालय भी पहुंचे। बीएसए अंजली अग्रवाल ने बताया कि बच्चे हमारे पास शिकायत करने आए थे। हमने एबीएसए फिरोजाबाद को मौके पर भेजा था। हम जांच करा रहे हैं। उसी के बाद निर्णय लिया जाएगा।
गलत हैं आरोप
मैंने विद्यालय बेहतर बनाने के लिए एक मंदिर का निर्माण कराया है। इसमें सरस्वती मां की मूर्ति स्थापित कराई है। लालऊ में रहने वाले बच्चों ने मंदिर पर गंदगी की थी। उन्हें ऐसा करते हुए मेरे विद्यालय के बच्चों ने देख लिया था। मैं लालऊ विद्यालय में पहुंचा तो बेंदी में रहने वाले बच्चों की जानकारी ली और गंदगी करने पर डांट लगाई थी। पिटाई करना और कमरे में बंद करने के आरोप गलत हैं। -देवेंद्र कुमार, प्रधानाध्यापक, प्राइमरी स्कूल बेंदी