नौगढ़। बिना सूचना के स्कूलों से गायब रहना प्रधानाध्यापक व शिक्षकों को भारी पड़ गया। मंगलवार को क्षेत्र के विभिन्न सरकारी स्कूलों निरीक्षण करने पहुंचे बीईओ अवधेश नारायण सिंह ने स्कूलों से गायब दो हेडमास्टर समेत चार अध्यापकों, दो शिक्षामित्र और दो महिला अनुदेशकों से स्पष्टीकरण मांगा है। साथ ही गायब शिक्षकों पर कार्रवाई के लिए रिपोर्ट बीएसए को भेजी है। निरीक्षण से शिक्षकों में हड़कंप मचा रहा।
सरकारी स्कूलों में शिक्षा की गुणवत्ता को परखने के लिए बीईओ ने ब्लॉकके कई विद्यालयों का निरीक्षण किया। उन्होंने विद्यालयों में मिली कमियों को दूर करने को कहा। बीईओ के निरीक्षण में दो प्राथमिक विद्यालय और दो कम्पोजिट विद्यालयों के कई शिक्षक और शिक्षामित्र बगैर सूचना के अनुपस्थित मिले। दो हेडमास्टर सहित चार शिक्षकों, दो शिक्षामित्र और दो महिला अनुदेशक के अनुपस्थित होने से नाराज बीईओ ने सभी शिक्षकों का वेतन रोकने के लिए बीएसए को पत्र लिखा है। बीईओ सबसे पहले प्राथमिक विद्यालय पिपराही पहुंचे।
यहां हेड मास्टर रणजीत सिंह और सहायक अध्यापक पुनीत गुप्ता बगैर किसी सूचना के व कम्पोजिट विद्यालय सोनवार के हेडमास्टर राकेश कुमार अनुपस्थित मिले। इसी विद्यालय में तैनात महिला अनुदेशक सुनीता मौर्या और रमावती बिना पास अवकाश के अनुपस्थित मिलीं। औराही गांव के प्राथमिक विद्याल में शिक्षामित्र बृजेश यादव बगैर किसी सूचना के गायब मिले। कालम खाली देख बीईओ ने हेड मास्टर रामआशीष को फटकार लगाई। वहीं कम्पोजिट विद्यालय चुप्पेपुर में सहायक अध्यापक अशोक कुमार और शिक्षामित्र श्रीनाथ बिना किसी सूचना के अनुपस्थित थे। एबीएसए ने कॉलम खाली रखने पर हेडमास्टर जितेंद्र कुमार को जमकर खरी-खोटी सुनाई। उन्होंने ड्यूटी से गायब शिक्षकों से स्पष्टीकरण मांगते हुए बीएसए को रिपोर्ट भेज दी है।