सोनभद्र: बेसिक शिक्षा विभाग की जिला स्तरीय खेलकूद प्रतियोगिता के समापन अवसर पर शनिवार को उस समय हंगामा हो गया जब नगवां के खंड शिक्षाधिकारी के घोरावल में तैनात एक शिक्षक को निलंबित कराने की धमकी दे दी। इससे नाराज शिक्षक खेल मैदान पर ही धरने पर बैठक गए।
जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान परिसर में परिषदीय विद्यालयों की दो दिवसीय जिला स्तरीय खेलकूद प्रतियोगिता शुक्रवार से चल रही थी। शनिवार को प्रतियोगिता के समापन के दिन विभिन्न प्रकार के खेल हो रहे थे। इस दौरान घोरावल और नगवां के बच्चों के बीच कबड्डी की प्रतियोगिता चल रही थी। इसी बीच खंड शिक्षा अधिकारी नगवां मौके पर पहुंच गए। उन्होंने घोरावल के एक शिक्षक को सिर्फ इसलिए निलंबित करने की चेतावनी दे डाली कि वह अपने ब्लाक के बच्चों का हौसला बढ़ा रहा था। बीईओ की इस चेतावनी से शिक्षकों में नाराजगी हो गई। नाराज शिक्षक खेल बीच में ही रोकवा कर मैदान में ही धरने पर बैठ गए। शिक्षक मांग करने लगे कि जब तक बीईओ अपनी बात वापस नहीं लेते हैं, तब तक खेल नहीं होगा और वे धरने पर बैठे रहेंगे।
उन्होंने बीएसए को मामले की जानकारी मोबाइल के जरिए दी। हालांकि जब बीएसए वहां पहुंचे उसके पहले ही खंड शिक्षा अधिकारी ने शिक्षकों के समक्ष अपनी बात वापस लेने की घोषणा कर दी। तब शिक्षक धरने से उठ गए और खेल शुरू हो गया। बाद में खेल का समापन पुरस्कार वितरण के साथ हुआ। धरने पर भारतीय शैक्षिक महासंघ के जिला संयोजक अशोक त्रिपाठी, सह संयोजक इंदू प्रकाश सिंह, राम किशुन, डा. श्याम सुंदर प्रजापित, रमेश सिंह, राजकुमार, शिवशंकर, वकील अहमद खां, महीप सिंह, हिमांशु मिश्रा, प्रभाशंकर मिश्रा आदि मौजूद रहे। उधर बीएसए हरिवंश कुमार ने कहा कि दोनों पक्ष के बीच गलतफहमी हो गई थी। उसे दूर कराकर खेल शानदार तरीके से संपन्न कराया गया