बैंकिंग कानून संशोधन बिल तथा निजीकरण के विरोध में बैंकों में बृहस्पतिवार और शुक्रवार को हड़ताल रहेगी। युनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस की ओर से घोषित हड़ताल में एसबीआई समेत अन्य सभी राष्ट्रीयकृत बैंकों के अफसर और कर्मचारी शामिल होंगे। ऐसे में दो दिन बैंकों में काम काज पूरी तरह से ठप रहने की आशंका है।
पूर्व घोषित कार्यक्रम के तहत कर्मचारी बृहस्पतिवार को अपनी-अपनी शाखाओं को बंद कराने तथा धरना-प्रदर्शन के बाद जुलूस की शक्ल में इंडियन बैंक की सिविल लाइंस शाखा परिसर में पहुंचेंगे और वहां केंद्रीय धरना एवं सभा होगी। हड़ताल के दूसरे दिन शुक्रवार को सेंट्रल बैंक की सिविल लाइंस शाखा परिसर में केंद्रीय सभा होगी।
हड़ताल के समर्थन में बैंक कर्मियों ने बुधवार को भी जगह-जगह शाखा परिसर में प्रदर्शन किया और मांग के समर्थन में आवाज बुलंद की। यूनियन बैंक की मुख्य शाखा परिसर में आयोजित प्रदर्शन में कर्मचारियों ने सरकार की नीतियों पर भी सवाल उठाए। प्रदर्शन में सौरभ सिंह, नीरज वर्मा, दुर्गेश राय, वंदना, अंकिता यादव, मृणालनि, एसके श्रीवास्तव आदि शामिल रहे।
हड़ताल के समर्थन में आए कई संगठन
बैंक कर्मियों की दो दिनी हड़ताल का कई अन्य संगठनों तथा कर्मचारी यूनियनों ने भी समर्थन किया है। ऑल इंडिया इंश्योरेंस इंप्लाइज एसोसिएशन की ओर से भोजनावकाश केदौरान प्रदर्शन की घोषणा की गई है। इसी क्रम में इलाहाबाद डिविजन इंश्योरेंस इंप्लाइज यूनियन के पूर्व अध्यक्ष अविनाश मिश्र ने बैंक कर्मियों की हड़ताल के समर्थन की घोषणा केसाथ धरना-प्रदर्शन में शामिल होने की बात कही।
ऐक्टू की बैठक में भी हड़ताल का समर्थन किया गया। नेताओं ने धरना-प्रदर्शन में भी शामिल होने की घोषणा की। निर्णय लिया गया कि सदस्य पहले सिविल लाइंस में पत्थर गिरजाघर स्थित धरना स्थल पर एकत्रित होंगे। इसके बाद बैंक कर्मियों के आंदोलन में शामिल होंगे। बैठक में डॉ.कमल उसरी, राज्य सचिव अनिल वर्मा आदि मौजूद रहे।
50 मरीजों की हुई जांच
डॉ.एके बंसल फाउंडेशन की ओर से बुधवार को कर्मचारी राज्य बीमा निगम के लाभार्थियों के लिए कैंप का आयोजन किया गया। इसमें 50 से अधिक मरीजों की जांच की गई। इस दौरान डॉ.वंदना बंसल, डॉ.अर्पित बंसल आद मौजूद रहे।