लखनऊ। अनुसूचित जाति की छात्रा को समाज कल्याण विभाग से मिली छात्रवृत्ति की रकम हड़पने के आरोपी को हजरतगंज पुलिस ने महाराष्ट्र के ठाणे से गिरफ्तार किया है। आरोपी ने छात्रा के नाम से जाली दस्तावेज तैयार कर धोखाधड़ी की थी। मामले में समाज कल्याण विभाग के संयुक्त निदेशक ने हजरतगंज कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज कराई थी।
हजरतगंज इंस्पेक्टर श्यामबाबू शुक्ल ने बताया कि समाज कल्याण विभाग के संयुक्त निदेशक पीके तिवारी ने 18 नवंबर 2020 को महाराष्ट्र के ठाणे के रहने वाले सत्येन धनजी सावला के खिलाफ धोखाधड़ी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। इसमें आरोप था कि सत्येन ने राजाजीपुरम की रहने वाली मनीषा सिंह के नाम पर जाली कागजात तैयार करके बुलंदशहर के आईसीआईसीआई बैंक में उसके नाम पर खाता खुलवाया। इसके बाद समाज कल्याण विभाग से मनीषा सिंह को जारी की गई 27.52 लाख रुपये की छात्रवृत्ति इस खाते में आते ही अपने खाते में ट्रांसफर कर ली। विभागीय जांच में इसका खुलासा होने पर समाज कल्याण विभाग ने सत्येन के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई थी।
ये था मामला
लखनऊ। हजरतगंज कोतवाली में उपनिरीक्षक महेश दत्त शुक्ल ने बताया कि वर्ष 2014 में प्रदेश सरकार ने पिछड़े वर्ग के छात्र-छात्राओं के लिए एक योजना शुरू की थी जिसके तहत फ्लाइंग कोर्स करने पर समाज कल्याण विभाग द्वारा शुल्क प्रतिपूर्ति करनी थी। राजाजीपुरम की रहने वाली मनीषा सिंह ने वर्ष 2010 देहरादून के बसंत विहार स्थित अंबर एविएशन में सीपीएल (कामर्शियल पायलट लाइसेंस) कोर्स में प्रवेश के लिए आवेदन किया था। मगर एक साल बाद भी उसे छात्रवृत्ति नहीं मिली थी। इस पर मनीषा ने वर्ष 2011-2012 में यूपीटीयू की प्रवेश परीक्षा पास कर ली थी। इसके बाद उसने श्री राम स्वरूप मेमोरियल कॉलेज से बीटेक की पढ़ाई बिना छात्रवृत्ति लिए की थी। मगर इसी बीच समाज कल्याण विभाग से सीपीएल कोर्स के लिए 27.52 लाख रुपये की छात्रवृत्ति बुलंदशहर के आईसीआईसीआई बैंक में मनीषा के खाते में भेज दी गई। उपनिरीक्षक महेश दत्त शुक्ल ने बताया कि छात्रवृत्ति देने के बाद समाज कल्याण विभाग ने मनीषा को पत्र भेजकर कोर्स से संबंधित दस्तावेज मांगे तो धोखाधड़ी का खुलासा हुआ। पता चला कि बुलंदशहर के जिस बैंक खाते में छात्रवृत्ति की रकम भेजी गई थी वो उसी दिन सत्येन धनजी सावला नामक व्यक्ति के खाते में ट्रांसफर कर ली गई थी। इसके बाद ही समाज कल्याण विभाग की तरफ से हजरतगंज कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी। पुलिस ने आरोपी सत्येन को कोर्ट में पेश करके जेल भेजा है।
विभागीय मिलीभगत की हो रही जांच
लखनऊ। हजरतगंज कोतवाली में उपनिरीक्षक व मामले के विवेचक महेश दत्त शुक्ल ने बताया कि इस धोखाधड़ी में समाज कल्याण विभाग के कुछ कर्मचारी भी शक के दायरे में है। उनकी भूमिका की जांच की जा रही है। आरोपी सत्येन का भी समाज कल्याण विभाग से लिंक तलाशा जा रहा है। जल्द ही इस धोखाधड़ी में शामिल कुछ और लोग भी गिरफ्त में हाेंगे।