प्रयागराज : परिषदीय स्कूलों में पठन पाठन का स्तर सुधारने और शिक्षकों का अध्यापन कौशल बढ़ाने के लिए शासन की तरफ से स्कूल रेडीनेस कार्यक्रम शुरू किया गया है। इसके तहत अध्यापकों को प्रशिक्षण दिया जाना है।
पहले चरण में मास्टर ट्रेनर तैयार किए में गए। अब मास्टर ट्रेनरों को भौतिक रूप से शिक्षकों को प्रशिक्षित करना है। अब तक यह प्रक्रिया शुरू नहीं हो सकी है। शासन ने इस पर नाराजगी जताते हुए जल्द प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू करने का निर्देश दिया है। इस आदेश से अध्यापकों का शीतकालीन अवकाश खटाई में पड़ता दिख रहा है।
शिक्षक नेता ब्रजेंद्र सिंह, डा. एसपी सिंह का कहना है कि फाउंडेशन लिट्रेसी एंड न्यूमरेशी ट्रेनिंग शीतकाल में कराना ठीक नहीं है। बेसिक शिक्षा विभाग प्रयागराज की ओर से जारी अवकाश तालिका में 31 दिसंबर से 14 जनवरी तक शीतकालीन अवकाश घोषित है।
दूसरी तरफ महानिदेशक बेसिक शिक्षा की ओर से जो आदेश जारी है उसमें फाउंडेशन लिट्रेसी एंड न्यूमरेशी ट्रेनिंग की तारीख 13 दिसंबर से 31 जनवरी प्रस्तावित है। यह प्रशिक्षण ब्लाक स्तर पर आफलाइन मोड में होना है। इसकी वजह से अध्यापकों का अवकाश प्रभावित होगा। इससे पूर्व गीष्मकालीन अवकाश भी कोरोना ड्यूटी की भेंट चढ़ चुका है। इसके बदले में शिक्षकों को किसी तरह का अन्य लाभ भी नहीं दिया गया।