नियामताबाद। बिना किसी विभागीय आदेश के प्राथमिक विद्यालय भरछा के बंद पाए जाने सहित विद्यालय में अन्य अनियमितता मिलने पर बीएसए ने प्रधानाध्यापक वरदराज पांडेय को निलंबित कर दिया है।
18 दिसंबर को प्राथमिक विद्यालय भरछा बंद था। इसकी शिकायत गांव निवासी ओमप्रकाश सिंह ने जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी से की थी। शिकायतकर्ता ने बीएसए को अवगत कराया कि बगैर किसी उच्च अधिकारी के आदेश के विद्यालय के प्रधानाध्यापक ने विद्यालय को बंद किया है। इस पर बीएसए ने मामले की जांच कर कार्रवाई किए जाने का आश्वासन दिया था। बीएसए सत्येंद्र कुमार सिंह ने बीईओ नियामताबाद, बीईओ पीडीडीयू नगर व कोऑर्डिनेटर एमडीएम की तीन सदस्यीय टीम गठित कर मामले की जांच पड़ताल करने का निर्देश दिया। टीम जांच के लिए विद्यालय में पहुंची। जहां उन्होंने संबंधित लोगों से जानकारी ली। जांच के दौरान कई अनियमितता विद्यालय में पायी गई। जिनमें प्रेरणा पोर्टल में पंजीकृत छात्रों के सापेक्ष कम छात्रों की डीबीटी, खाद्य सुरक्षा भत्ता की एक लाख 33 हजार 888 रुपये की धनराशि एक ही व्यक्ति के खाते में हस्तांतरण , एमडीएम खाते की धनराशि का स्वयं के नाम पर आहरण आदि शामिल है। इन अनियमितताओं को गम्भीरता से लेते हुए बीएसए ने प्रधानाध्यापक वरदराज पांडेय को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर बरहनी बीआरसी से संबद्ध कर दिया है। इस संबंध में बीएसए सत्येंद्र कुमार सिंह ने बताया कि तीन सदस्यीय टीम मौके पर भेजी गई थी। जांच टीम की रिपोर्ट के बाद प्रधानाध्यापक को निलंबित कर दिया गया है। साथ ही प्रकरण की जांच के लिए बीईओ बरहनी कन्हैया लाल व बीईओ नौगढ़ अवधेश कुमार सिंह को संयुक्त रूप से जांच अधिकारी नियुक्त किया गया है।
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