कोरोना के नए वेरिएंट ओमीक्रॉन के बढ़ते मामलों को देखते हुए शिक्षा विभाग भी सतर्क हो गया है। माध्यमिक शिक्षा विभाग ने रविवार को स्कूल खोलने की गाइडलाइन नए सिरे से जारी की है। विभाग की अपर मुख्य सचिव आराधना शुक्ला ने शासनादेश जारी करते हुए कहा है कि विद्यार्थियों को उनके अभिभावकों की लिखित सहमति के बाद ही विद्यालय बुलाया जाए। ऑनलाइन कक्षाएं चलाई जाएं और विद्यार्थियों के स्कूल आने को लेकर लचीला रुख अपनाया जाए। यह आदेश माध्यमिक शिक्षा विभाग के स्कूलों के लिए है। बेसिक शिक्षा विभाग के तहत आने वाले स्कूलों के लिए जल्द ही फैसला होगा।
अपर मुख्य सचिव के शासनादेश में यह भी कहा गया है कि ओमीक्रॉन के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए स्कूल खोलने से पहले रोजाना उन्हें सैनिटाइज किया जाएगा। कोविड प्रोटोकॉल के तहत हैंडवॉश, सैनिटाइजर, थर्मल स्क्रीनिंग की व्यवस्था की जाएगी। स्कूलों के अंदर विद्यार्थियों के बीच छह फुट की शारीरिक दूरी का पालन किया जाएगा। स्कूलों में यदि एक से ज्यादा प्रवेशद्वार होंगे तो सभी गेट खोले जाएंगे। ऐसा स्टाफ जो स्वास्थ्य की दृष्टि से संवेदनशील है, उसका विद्यार्थियों से सीधा संपर्क न रखा जाए। खांसी, जुकाम, बुखार की दशा में स्कूल न बुलाया जाए। वहीं विद्यार्थियों को स्कूल आने के लिए बाध्य न करते हुए उन्हें ऑनलाइन कक्षाएं भी दी जाएं।