यूपी टीईटी पर्चा लीक कांड की जांच अब क्राइम ब्रांच करेगी। लालगंज थाने में दर्ज मुकदमे की विवेचना को ट्रांसफर करने की प्रक्रिया शुक्रवार को शुरू कर दी गई। थाने स्तर से प्रकरण से संबंधित सभी दस्तावेज, साक्ष्य आदि को विवेचना पाने वाले इंस्पेक्टर को जल्द ही सौंप दिया जाएगा। दूसरी तरफ लालगंज पुलिस की टीम भी वांछित गोंडा निवासी भूपेन्द्र की तलाश में लगातार दबिश दे रही है। विवेचना ट्रांसफर पर अंतिम मुहर एसपी आशीष श्रीवास्तव स्तर से लगाई जाएगी।
शिक्षक पात्रता परीक्षा का पर्चा लीक प्रकरण में एसटीएफ के सहयोग से एंटी नारकोटिक्स व लालगंज थाने की संयुक्त टीम ने तीस नवंबर को पांच लोगों को गिरफ्तार किया था। इन सबका आपस में कनेक्शन खंगालने के बाद यह तथ्य सामने आया था कि बस्ती में सबसे पहले पर्चा व उत्तर कुंजी आरोपी आनन्द प्रकाश यादव के पास पहुंची थी, जिसे फरार आरोपी भूपेन्द्र ने भेजा था।
इसके बाद यह पर्चा अन्य आरोपितों तक पहुंचा। इनमें एक बेसिक शिक्षा विभाग का सहायक अध्यापक सत्येन्द्र सिंह भी है, जिसे जेल भेजने के बाद बीएसए स्तर से निलंबित करने के साथ विभागीय जांच भी बैठा दी गई है। सहायक अध्यापक की प्रकरण में संलिप्तता को लेकर विभागीय अधिकारी भी खासे गंभीर हैं और हर अपडेट पर नजर बनाए हुए हैं।
दूसरी तरफ एसटीएफ ने भी बस्ती जिले में पर्चा लीक मामले में वांछित भूपेन्द्र को अपने रडार पर ले रखा है। कारण इसके पकड़ में आने के बाद ही ऊपर की कड़ियों को जोड़ा जा सकेगा, जिससे मुख्य सूत्रधार तक पहुंचने में सफलता हाथ लग सकती है। लालगंज थाने में पर्चा लीक कांड में आधा दर्जन आरोपितों के खिलाफ दर्ज मुकदमे को क्राइम ब्रांच को ट्रांसफर करने की प्रक्रिया शुरू करने के साथ ही गोण्डा के खोड़ारे थानांतर्गत नेतौरा कोटखास का रहने वाले भूपेन्द्र तक पहुंचने की हर मुमकीन कोशिश पुलिस कर रही है।