हरदोई: भरावन। बिजली विभाग की अनदेखी किसी भी दिन सरकारी विद्यालयों पर भारी पड़ सकती है। विकास क्षेत्र भरावन के सात परिषदीय विद्यालयों के ऊपर से विद्युत लाइन के झूलते तार निकले हैं। कुछ जगहों पर तो विद्यालय परिसर में ही ट्रांसफार्मर तक रखे हैं। इससे स्कूली बच्चों व शिक्षकों के साथ कभी भी कोई हादसा हो सकता है। अध्यापकों का कहना है कि बीईओ समेत बिजली विभाग के अधिकारियों को इस बारे में कई बार पत्र लिखकर शिकायत की जा चुकी है, लेकिन समस्या का समाधान नहीं हो सका।
भरावन क्षेत्र के प्राथमिक स्कूल सहगवां में 230 बच्चे पंजीकृत हैं। विद्यालय परिसर में ही ट्रांसफार्मर रखा है। प्राथमिक स्कूल लालामऊ में 156 बच्चे पंजीकृत हैं। यहां भी विद्यालय परिसर के भीतर ही ट्रांसफार्मर रखा है। इसी तरह क्षेत्र के संविलियन विद्यालय छतिहा रामपुर में 184 पंजीकृत हैं, यहां विद्यालय के ऊपर से विद्युत लाइन गुजरी है। तेज हवा के वक्त तारों के टूटकर गिरने का खतरा बना रहता है।
ऐसे ही प्राथमिक विद्यालय वृंदावन में 122 बच्चे पढ़ते हैं। यहां परिसर में खुले में ट्रांसफार्मर रखा है। प्राथमिक विद्यालय पवाया में 159 व प्राथमिक विद्यालय पहाड़पुर में 93 बच्चे पंजीकृत हैं।
इन दोनों विद्यालयों के ऊपर से एचटी लाइन गुजरी है। जिसे देखकर ही शिक्षक में दहशत में आ जाते हैं। उच्च प्राथमिक विद्यालय प्रहलाद खेड़ा में 103 बच्चे पंजीकृत हैं। यहां भी स्कूल के ऊपर से लाइन गुजरी है। हैरत की बात है कि शिक्षा और बिजली विभाग के अधिकारियों को समस्या पता होने के बाद भी निदान का कोई प्रयास नहीं किया गया है।प्रहलाद खेड़ा स्कूल की प्रधानाध्यापक कविता त्रिपाठी ने बताया कि एचटी लाइन का ट्रांसफार्मर विद्यालय परिसर में ही रखा होने के कारण हर वक्त डर सा बना रहता है। आए दिन तार टूटने व ट्रांसफार्मर जलने की घटना होती है।विद्यालय छतिहा रामपुर के प्रधानाध्यापक नरेंद्र सिंह के मुताबिक शिक्षक और बच्चे जब भी विद्यालय आते हैं, तो काफी सावधानी बरतनी पड़ती है। बताया कि बिजली विभाग हो या शिक्षा विभाग के अधिकारी सभी से शिकायत की जा चुकी है। शिक्षकों के अनुसार समस्या सालों पुरानी है, शिक्षा विभाग की ओर से विद्यालयों के सुधार के लिए तो प्रयास होते हैं लेकिन तारों व ट्रांसफार्मरों को देखने वाला कोई नहीं है।वर्जन- क्षेत्र के सात स्कूलों में इस तरह की समस्या है, विद्युत विभाग को लाइन व ट्रांसफार्मर दूसरे स्थान पर स्थानांतरित करने के लिए कई बार पत्र लिखा जा चुका है। प्रयास कर जल्द समस्या का निस्तारण कराया जाएगा। – राम कुमार, बीईओ, भरावन