उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा (UPTET 2021) रद्द होने के बाद इसमें आवेदन करने वाले 13 लाख से भी अधिक उम्मीदवार काफी निराश हैं। हालांकि सरकार द्वारा इस पात्रता परीक्षा को जल्द से जल्द पुन: आयोजित करने का आदेश दे दिया है। बता दें कि यूपी टेट के शुरू होने से ठीक पहले मथुरा, गाजियाबाद और बुलंदशहर के कई व्हाट्सएप ग्रुप्स पर टेट के पेपर वायरल होने की जानकारी प्रशासन को मिली थीं जिस पर एक्शन लेते हुए विभाग द्वारा तत्काल इस परीक्षा को रद्द कर दिया गया था। जानकारी के अनुसार,सरकार ने एक माह के भीतर इस पात्रता परीक्षा को दोबारा आयोजित कराने का आश्वाशन दिया है। ऐसे में यूपीटीईटी में आवेदन कर चुके उम्मीदवारों को अपनी तैयारी जारी रखनी चाहिए और इस अतिरिक्त समय में सिलेबस का जमकर रिवीजन करना चाहिए।
लीक हुए TET के पेपर में पूछे गए थे ऐसे सवाल
- निम्न में से कौन विकास की विशेषता नहीं है?
उत्तर. संचयी होना। - सामाजिक निर्माणवाद के जनक कौन थे?
उत्तर. व्योगोतस्की। - कौन से कारक अधिगम को प्रभावित करते हैं?
उत्तर. व्यक्तिगत कारक। - बहुबुद्धि का सिद्धांत किसने दिया था?
उत्तर. गार्डनर। - प्रोजेक्ट विधि संबंधित है?
उत्तर. किलपैट्रिक।
एक माह के अन्दर दोबारा आयोजित कराई जाएगी पात्रता परीक्षा
उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा में शामिल होने वाले 13 लाख से अधिक उम्मीदवारों के प्रवेश पत्र एग्जाम से महज तीन दिन पहले ही जारी किए जाने की उम्मीद जताई जा रही है। जल्द ही इसकी नई डेट का ऑफिशियल ऐलान कर दिया जाएगा।
अबकी बार परीक्षार्थियों पर रखी जाएगी कड़ी निगरानी
परीक्षा नियामक प्राधिकारी उत्तर प्रदेश द्वारा आयोजित की जाने वाली इस परीक्षा में लाइव सीसीटीवी सर्विलांस के मध्याम से परीक्षा केंद्रों एग्जाम देने वाले सभी स्टूडेंट्स पर राज्य कंट्रोल रूम से निगरानी किए जाने की व्यवस्था की जाएगी। इसके साथ ही एग्जाम सेंटर्स पर भारी पुलिस बल तैनात किया जाएगा।
क्या पुन: परीक्षा के लिए दोबारा भरना पड़ेगा आवेदन फॉर्म
यूपी टेट एप्लीकेंट्स को इसके लिए पुन: आवेदन फॉर्म नहीं भरना होगा और न ही आवेदन फीस दोबारा नहीं भुगतान करनी होगी। जानकारी के मुताबिक जिन उम्मीदवारों ने आवेदन कर रखा है, केवल उन्हें ही पुन: परीक्षा में शामिल होने का मौका दिया जाएगा।
फ्री यात्रा की दी जाएगी सुविधा
इस बार भी यूपीटीईटी में शामिल होने वाले 13 लाख से अधिक उम्मीदवारों को यात्रा खर्च नहीं देना होगा। इसकी जिम्मेदारी राज्य सरकार ने परिवहन विभाग को सौंप दी है। ऐसे में अनुमान लगाया जा रहा है कि दोबारा आयोजित किए जाने वाले इस एलिजिबिल्टी टेस्ट में बैठने वाले कैंडिडेट्स को एडमिट कार्ड के साथ ही ट्रैवलिंग पास भी जारी किया जा सकता है।