बरेली। बिशप कोनराड स्कूल के कैंपस में सेंट अल्फोंसेस नाम से चलने वाली प्रीपेरेटरी शाखा की शिक्षिका के साथ एक बच्चे के मां-बाप ने मंगलवार को स्कूल में घुसकर जमकर मारपीट की। लात-घूंसों से पीटते हुए दोनों ने शिक्षिका को जमीन पर गिरा दिया और फिर बाल पकड़कर घसीटा। शिक्षिका ने दोनों के खिलाफ थाना कैंट में एफआईआर दर्ज कराई है। बच्चे को क्लास में शोर मचाने पर डांट देने पर उसके मां-बाप भड़क गए थे।
पीड़ित शिक्षिका ने एफआईआर में कहा है कि वह सेंट अल्फोंसेस प्रीपेरेटरी स्कूल में 17 सालों से शिक्षण कार्य कर रही हैं। छह दिसंबर को एलकेजी में पढ़ने वाला छात्र अरमान दयाल कक्षा में शोर मचा रहा था, इस पर उन्होंने उसे डांट दिया था। बच्चे ने इस पर बेहूदी प्रतिक्रिया दी तो उन्होंने इसकी शिकायत फोन पर उसके पिता फिरोज दयाल से की। शिक्षिका के मुताबिक फिरोज दयाल ने भी बच्चे की हरकत पर गौर करने के बजाय अनाप-शनाप बात की। इसके बाद दोपहर तीन बजे से अलग-अलग मोबाइल नंबरों से उन्हें जान से मारने की धमकियां दी जाने लगीं।
मंगलवार सुबह करीब नौ बजे जब वह कक्षा में बच्चों को पढ़ा रही थीं, तभी अरमान के पिता फिरोज दयाल और मां एकता दयाल कक्षा में घुस आए। दोनों ने उनके साथ गालीगलौज करते हुए उन्हें लात-घूंसों से पीटना शुरू कर दिया। बाल पकड़कर जमीन पर गिराने के बाद उन्हें घसीटा भी। शोरशराबा सुनकर स्कूल स्टाफ के लोगों ने कक्षा में पहुंचकर उन्हें बचाया।
शाम को शिक्षिका ने थाना कैंट पहुंचकर घटना की फिरोज दयाल और उसकी पत्नी एकता दयाल के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई। इसके बाद पुलिस ने शिक्षिका का मेडिकल भी कराया। शिक्षिका की पैरवी में उनके साथ भाजपा के कैंट सेक्टर संयोजक अमरजीत सिंह बंटी और गीता बेदी, विशाल मेहरोत्रा, आशु अग्रवाल आदि लोग भी पहुंचे। इन लोगों ने स्कूल में शिक्षिका के साथ मारपीट करने वाले पति-पत्नी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की।
चर्च प्रचारक है हमलावर, बोला- बच्चे को पीटा था, मुझ पर लगे आरोप झूठे शिक्षिका पर हमला करने वाला बच्चे के पिता फिरोज दयाल चर्च प्रचारक है और मिशन कंपाउंड में रहता है। एफआईआर दर्ज होने के बाद उसने बताया कि सोमवार को उसका चार वर्षीय बेटा अरमान पहली बार स्कूल गया था। क्लास में वह रोने लगा तो शिक्षिका ने उसे चुप कराने के बजाय बुरी तरह पीटकर अधमरा कर दिया था। बच्चे के गाल पर उंगलियों तक के निशान पड़ गए थे। उसकी हालत देखकर मंगलवार को वह उसकी पत्नी शिकायत करने पहुंचे थे। शिक्षिका ने उन दोनों से भी अभद्रता की। उसकी पत्नी ने नाराजगी जताई तो लड़ने के लिए आगे बढ़कर उसका हाथ पकड़कर खींचने लगी। इसकी शिकायत प्रिंसिपल से की तो उन्होंने कार्रवाई का आश्वासन दिया। बेटे को लेकर घर आया तो वह डरा सहमा था और उसके कान में दर्द हो रहा था। फिरोज ने शिक्षिका के आरोपों कोे निराधार बताया। कहा, हम उनके खिलाफ कोई कार्रवाई न करें, इसलिए उन्होंने झूठा आरोप लगाया है।
स्कूल प्रबंधन ने पल्ला झाड़ा, कोई कार्रवाई न करने पर पीड़ित शिक्षिका का पक्ष नाराज
स्कूल प्रबंधन ने इस पूरे मामले से पल्ला झाड़ लिया। पीड़ित शिक्षिका के पक्ष के लोगों का आरोप है कि प्रबंधन इस मामले को रफादफा करने का प्रयास कर रहा है। मारपीट करने वाले चर्च प्रचारक और उसकी पत्नी के खिलाफ प्रबंधन की ओर से कोई कार्रवाई नहीं की गई। उधर, स्कूल में तमाम बच्चों की निगाहों के सामने शिक्षिका से मारपीट की घटना के बाद स्कूल दूसरे शिक्षक भी सकते में हैं। यह भी सवाल उठाया जा रहा है कि बच्चे के अभिभावक बगैर किसी रोकटोक के सीधे कैसे क्लास में घुस गए। उन्होंने गेट पर ही रोका क्यों नहीं गया। स्कूल प्रबंधन पर लगे आरोपों के संबंध में बात करने के लिए प्रधानाचार्य फादर शाजी को कई बार फोन किया गया लेकिन उन्होंने कॉल रिसीव नहीं की। प्रबंधक फादर हैरी ने बताया कि वह स्कूल से बाहर हैं और उन्हें घटना की जानकारी नहीं है।